मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) निर्णय लें तो वे महाराष्ट्र में बदलाव ला सकते हैं. राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) राज्य में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटक हैं. पवार ने यह भी दावा किया कि वर्तमान राज्य सरकार के साथ जुड़ना मुश्किल है.
वह रविवार को एक पुस्तक विमोचन समारोह में बोल रहे थे. इस अवसर पर उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट के साथ मंच साझा किया. पवार ने याद किया कि कैसे पिछली सरकारों ने प्राचीन कला और संस्कृति, साहित्य और इतिहास के संरक्षण में मदद की थी. उन्होंने कहा कि फिलहाल हमारे लिए वर्तमान राज्य सरकार के साथ जुड़ना मुश्किल है लेकिन कुछ समाधान निकलेगा.
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उन्होंने कहा, 'अगर हम तीन (एमवीए घटक) निर्णय लेते हैं, तो बदलाव हो सकता है. 2 जुलाई के बाद यह पहली बार था, जब अजित पवार के विद्रोह के कारण राकांपा विभाजित हो गई थी. एमवीए के तीनों सहयोगी दलों के नेताओं ने मंच साझा किया. 2 जुलाई को अजित पवार और आठ अन्य एनसीपी विधायक राज्य में एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल हो गए. पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान, शरद पवार ने यह भी कहा कि यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान, जिसके वे प्रमुख हैं, किताबें प्रकाशित करने वाले समूह, राजवाड़े इतिहास संशोधक मंडल को 50 लाख रुपये देगा. बता दें कि अजित पवार के महाराष्ट्र के सीएम शिंदे गुट में शामिल होने के बाद पार्टी राजनीतिक संकट उत्पन्न हो गई है. अजित पवार महाराष्ट्र के दिग्गज नेता माने जाते हैं.
(पीटीआई)