देहरादून:आय से अधिक संपत्ति जमा करने के आरोपी आईएएस रामविलास यादव को राज्य सतर्कता विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है. राज्य सतर्कता विभाग के निदेशक अमित सिन्हा के मुताबिक पूछताछ के बाद उन्हें देर रात गिरफ्तार किया गया. इससे पहले हाईकोर्ट की फटकार के बाद रामविलास यादव बुधवार (22 जून) को देहरादून के विजिलेंस ऑफिस में पूछताछ के लिए पहुंचे थे. दोपहर करीब 12:48 बजे के आसपास एक प्राइवेट कार में अपने अधिवक्ता के साथ रामविलास विजिलेंस के दफ्तर में पहुंचे थे, जहां करीब 14 घटों तक उनसे पूछताछ की गई.
14 घंटे में पूछे गए 70 सवाल:इससे पहले बुधवार को हाईकोर्ट के आदेश पर रामविलास यादव विजिलेंस मुख्यालय जांच के दस्तावेजों पर जवाब देने और पूछताछ के लिए पहुंचे थे. जिसके बाद उनके साथ 14 घंटे की पूछताछ में लगभग 70 सवाल पूछे गए. विजिलेंस के एक एसपी, दो डिप्टी एसपी, छह इंस्पेक्टर और एक ज्वाइन डायरेक्टर ने पूछताछ में शामिल रहे.
वहीं, विजिलेंस ऑफिस में पूछताछ के लिए पेश होते समय रामविलास यादव ने किसी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया और वो सीधे अंदर चले गए. यादव को विजिलेंस के मुख्य द्वार से पैदल पुलिस सिक्योरिटी के बीच पूछताछ के लिए अंदर ले जाया गया. उनके अंदर जाने के बाद मुख्य गेट को बंद कर दिया. मीडिया को बाहर ही रखा गया.
रामविलास यादव से करीब 14 घंटों तक विजिलेंस ऑफिस में पूछताछ चलती रही. वहीं, बचाव पक्ष अधिवक्ता अभिनव शर्मा ने आरोप लगाया कि लंबी पूछताछ के दौरान रामविलास यादव का हरासमेंट किया जा रहा है, उत्तराखंड में जंगलराज चल रहा है. इसी बीच जांच कार्रवाई के चलते उत्तराखंड शासन ने रामविलास यादव को सस्पेंड कर दिया है.
बता दें कि, रामविलास यादव की गिरफ्तारी पर स्टे लगवाने के लिए गुरुवार (23 जून) को हाईकोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन उससे पहले ही रामविलास पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटकती नजर आ रही है. उनपर इस मामले में कानूनी शिकंजा तेज हो गया है. गौर हो कि, शासन से अनुमति मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर यादव की उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश तक बेनामी संपत्तियों पर विजिलेंस ने छापेमारी की कार्रवाई की थी.
दरअसल, विजिलेंस लंबे समय से आईएएस रामविलास यादव से पूछताछ की मांग कर रही थी, लेकिन यादव विजिलेंस के समक्ष पेश नहीं हो रहे थे. इतना ही नहीं, यादव ने कोर्ट से अपनी गिरफ्तारी को लेकर स्टे की दरख्वास्त भी की थी, लेकिन कोर्ट ने पहले उन्हें विजिलेंस ऑफिस में जांच दस्तावेज पर जवाब तलब के लिए पेश होने के आदेश दिया.