चंडीगढ़ :भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार पंजाब के आईएएस अधिकारी संजय पोपली के इकलौते बेटे कार्तिक पोपली (28) की शनिवार को चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. परिवार ने आरोप लगाया है कि कार्तिक पर पुलिस ने गोली चला दी. मौत तब हुई, जब भ्रष्टाचार के मामले में फंसे संजय और उनके बेटे कार्तिक को अलग-अलग कमरे में पुलिस पूछताछ कर रही थी. गौरतलब है कि शनिवार को आईएएस अधिकारी संजय पोपली की मोहाली की अदालत में पेशी होनी थी. उन्हें दोपहर में अदालत में पेश किया जाना था, लेकिन इससे पहले ही ये अनहोनी हो गई.
संजय पोपली के घर से जब्त अवैध संपत्ति जानकारी के मुताबिक, संजय पोपली पर पंजाब और हरियाणा समेत अलग-अलग ठेकेदारों से टेंडर निकालने के बदले में रिश्वत लेने का आरोप है, जिसको लेकर चंडीगढ़ पुलिस और विजिलेंस ने उसे गिरफ्तार किया था. उसके बाद जब उसके घर की तलाशी ली गई थी, तब वहां पर भी उसके घर से बहुत सारे जिंदा कारतूस मिले थे. इस पर भी चंडीगढ़ पुलिस ने ही उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. इसके अलावा कुल 12 किलो सोने की नौ ईंटें, 49 बिस्कुट, 12 सिक्के, 3 किलो की चांदी की तीन ईंटें और 3,50,000 रुपये नकद बरामद किए गए हैं. इसके अलावा चार एप्पल आईफोन, एक सैमसंग फोन और दो सैमसंग स्मार्ट घड़ियां बरामद की गईं है. संजय पोपली पुलिस रिमांड पर थे और आज उनको मोहाली अदालत में फिर से पेश किया जाना था.
कार्तिक की मौत का आरोप घरवालों ने पुलिस पर लगाया वहीं, शनिवार को पुलिस और विजिलेंस संजय पोपली के घर आगे की जांच के लिए पहुंच गई, जहां उन्हें संजय की पत्नी ने नीचे ही रोक दिया. किसी तरह विजिलेंस संजय के बेटे कार्तिक को पूछताछ के लिए ऊपर ले गई. इसी बीच कार्तिक के कमरे से गोली चलने की आवाज आई. गोली की आवाज सुनकर सभी कमरे की ओर भागे, जहां कार्तिक पोपली खुन से लथपथ पड़ा हुआ था. पुलिस ने कार्तिक को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
संजय पोपली के बेटे की मौत पर विजिलेंस का बयान इधर, बेटे कार्तिक की मां ने उसकी मौत का जिम्मेदार पुलिस को ठहराया है. उन्होंने कहा कि उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. विजिलेंस उन पर गलत बयान देने का दबाव बना रहा था. इसलिए बेटे ने यह कदम उठाया. जबकि एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने बताया कि संजय पोपले के बेटे ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली. जिस घर में गोलीबारी हुई, उस घर के बरामदे में एक पुलिस अधिकारी द्वारा पकड़े जाने पर उसने अपनी बन्दूक खुद पर फेर ली और चला दी. उन्होंने कहा कि कार्तिक ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारी है. वहीं, विजिलेंस ने पूरे मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें अधिकारियों ने कहा कि संजय पोपली के घर पर छापेमारी करने गई सतर्कता टीम को गोली चलने की आवाज सुनाई दी. घटनास्थल पर जाकर देखा तो संजय पोपली के बेटे ने खुद को गोली मार ली थी.
बता दें कि आईएएस अधिकारी संजय पोपली पर सीवरेज ठेकेदारों से रिश्वत लेने का आरोप लगा था. उन पर आरोप है कि आईएएस पोपली जल और सीवरेज बोर्ड के सीईओ थे, तब उनके साथ सहायक सचिव संदीप वत्स थे, जिन्होंने नवांशहर के एक ठेकेदार से 7.30 रुपये के भुगतान के लिए कुल राशि का सात प्रतिशत मांगा था. एक रिकॉर्डिंग सामने आई है, जिसके बाद संजय पोपली को गिरफ्तार कर लिया गया.