नई दिल्ली : वायुसेना अतिरिक्त 97 हल्के लड़ाकू विमान तेजस मार्क 1ए खरीदने की योजना को आगे बढ़ा रही है. एयर चीफ मार्शल चौधरी ने वायुसेना दिवस से पहले मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में बताया, "हमने 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक करार किया है. हम इनमें से और 97 विमान की जरूरत हैं, जिसके बाद हमारे पास 180 विमान हो जाएंगे. उन्होंने आगे बताया, "साल 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान का संचालन बंद कर उसकी जगह एलसीए तेजस को लाया जाएगा. एक या दो महीने में, पहले एक मिग-21 स्क्वाड्रन का संचालन शुरू होगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा. भारतीय वायु सेना के विमानों ने कई लंबी दूरी के कई मिशन को अंजाम दिया है, जिसमें राफेल और अन्य विमान शामिल हैं. खासतौर पर राफेल और अन्य विमानों ने दूर-दराज के इलाकों में उड़ान भरकर मिशन को सफल बनाया है."
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि वायुसेना अगले सात-आठ साल में ढाई-तीन लाख करोड़ रुपये के मिलिट्री प्लेटफॉर्म, उपकरण एवं हार्डवेयर शामिल करने पर विचार कर रही है. वायुसेना खासकर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हालात पर लगातार नजर रख रही है. उन्होंने कहा कि एक सवाल के जवाब में कहा कि वायुसेना को एस-400 मिसाइल प्रणाली की तीन इकाइयां प्राप्त हुई हैं और शेष दो इकाइयां अगले वर्ष तक मिल जाने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि अनिश्चित भू-राजनीतिक स्थिति मजबूत सेना की आवश्यकता को फिर से रेखांकित कर रही है और वायुसेना क्षेत्र में भारत की सैन्य ताकत दिखाने का आधार बनी रहेगी.