कोच्चि:विक्रांत, जल्द ही भारतीय नौसेना में शामिल होने वाला स्वदेशी विमानवाहक पोत (First indigenous aircraft carrier IAC Vikrant) है. इसमें आपात चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध है. विक्रांत के एक हिस्से में 16 बिस्तरों वाला एक छोटा अस्पताल, दो ऑपरेशन थिएटर और एक सीटी स्कैन मशीन लगा है. इससे जहाज पर आपात चिकित्सा की स्थिति को पूरा किया जा सकेगा. विक्रांत पर तैनात चिकित्सा अधिकारी, लेफ्टिनेंट कमांडर हर्ष एमआर ने कहा, 'विक्रांत में एक प्राथमिक चिकित्सा परिसर है और हमारे पास पूरे जहाज में फैले 40 से अधिक कंपार्टमेंट हैं.
इसमें प्रयोगशाला जैसी सभी सुविधाओं के साथ 16-बेड का अस्पताल है. इसके अलावा सीटी स्कैन, अल्ट्रासोनोग्राफी, एक्स-रे के साथ-साथ दो और दंत चिकित्सा सुविधाएं हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जहाज पर तैनात पांच अधिकारियों और 16 पैरामेडिक्स सभी प्रकार की आपात स्थितियों से निपटने में सक्षम हैं और सभी कर्मियों की पूरी देखभाल कर सकते हैं. हर्ष ने उल्लेख किया कि विक्रांत भारत में सीटी स्कैन मशीन रखने वाला पहला जहाज होगा और इसमें दो ऑपरेशन थिएटर भी होंगे.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पहले स्वदेश निर्मित विमान वाहक पोत (आईएएसी) को दो सितंबर को नौसेना में शामिल करेंगे. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री यहां कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) के अंदर 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित इस विमान वाहक पोत को भारतीय नौसेना में शामिल करेंगे.
समुद्री परीक्षण के चौथे और अंतिम चरण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद भारतीय नौसेना ने 28 जुलाई को सीएसएल से इस विमान वाहक पोत को हासिल किया था. सूत्रों ने एजेंसी को बताया, 'फिलहाल कार्यक्रम को दो सितंबर को सीएसएल जेटी में आयोजित किया जाना है. भारत के पहले विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के सेवानिवृत्त कर्मचारी, रक्षा, जहाजरानी मंत्रालय और राज्य सरकार के अधिकारी इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए तैयार हैं.