श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए आमिर माग्रे का शव अभी तक उनके परिवार को नहीं सौंपा गया है. ईटीवी भारत से बात करते हुए आमिर माग्रे के पिता लतीफ माग्रे ने मांग की कि अदालत के आदेश के अनुसार उनके बेटे का शव जल्द से जल्द उन्हें सौंपा जाए. साथ ही उन्होंने इस मामले में दोषी अधिकारियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की.
लतीफ माग्रे ने हाई कोर्ट के फैसले की सराहना की और अदालत, उनके वकील और अन्य लोगों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि फिलहाल हमने केवल शव की वापसी के लिए मामला दर्ज कराया था, शव मिलने के बाद भी दोषियों को सजा दिलाने को लेकर हमारी लड़ाई जारी रहेगी. लतीफ ने कहा कि उपराज्यपाल ने इस मामले में जांच के लिए एक कमेटी बनाने की बात कही थी, लेकिन जब हमें मामले में कोई प्रगति नहीं दिखी तो हमें हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा.
जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट ने प्रशासन की कार्रवाई को समानता के अधिकार का उल्लंघन बताते हुए शुक्रवार (27 मई) को आमिर माग्रे का शव कब्र से निकालने तथा अंतिम संस्कार के लिए उसके परिवार को सौंपने का आदेश दिया था. आमिर माग्रे उन चार लोगों में से एक था, जो 15 नवंबर 2021 को श्रीनगर के बाहरी इलाके में हैदरपोरा में मारे गए थे. पुलिस ने दावा किया था कि ये सभी आतंकवादी थे और उनका शव उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में दफना दिया गया था.