हैदराबाद: फोर्ब्स ने 30 अंडर 30 एशिया की लिस्ट जारी कर दी है. इस साल की सूची में शामिल कुल 22 देशों में से भारत 61 सदस्यों के साथ सूची मे सबसे ऊपर है. इस लिस्ट में कुछ नया करने या अपने फील्ड में कुछ अलग हटकर काम करने वाले ऐसे लोगों को जगह दी गई है, जो अपनी इंडस्ट्री और एशिया को बेहतर बनाने के लिए बदलाव ला रहे हैं. इस सूची में हैदराबाद के गणितज्ञ नीलकंठ भानु प्रकाश (22) ने भी इस सूची में अपनी जगह बनाई है. कोरोना और लॉकडाउन के दौरान जब एशिया-प्रशात को चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, उस दौरान इन जगहों के युवा नए विचारों के साथ नए और अपनी योजनाओं से सफलता प्राप्त की. इतना ही नहीं कोविड के समय में न केवल नया व्यवसाय स्थापित किया बल्कि चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता हासिल की.
फोर्ब्स द्वारा जारी की गई '30 अंडर 30 एशिया क्लास ऑफ 2022' की सूची के लिए 4 हजार से अधिक नॉमिनेशन हुए थे, लेकिन 10 श्रेणियों में से प्रत्येक से 300 लोगों का चयन किया गया. फोर्ब्स के अनुसार इसमें ओलंपिक विजेताओं से लेकर स्टार्ट अप संस्थापकों तक सभी शामिल थे. अंतिम सूची में कुल 22 देशों में से भारत 61 सदस्यों के साथ सूची में सबसे ऊपर है. इसके बाद सिंगापुर (34), जापान (33), ऑस्ट्रेलिया (32), इंडोनेशिया (30) और चीन (28) का नंबर आता है. इस तरह दक्षिण पूर्व एशिया के 90 लोगों ने इसमें स्थान हासिल किया.
इन देशों में स्टार्टअप बिजनेस सिस्टम तेजी से व अच्छी तरह से विकसित हो रहा है. वहीं अंतरराष्ट्रीय उद्यम पूंजीपतियों से निवेश को आकर्षित करने में सफल रहा है. वहीं अन्य क्षेत्रों के उद्यमी भी सिंगापुर आ रहे हैं. साथ ही इंडोनेशिया के निवेशकों को 2021 के पहले छह महीनों में 4.7 अरब डॉलर का निवेश मिला . इसी क्रम में हैदराबाद के गणितज्ञ नीलकंठ भानु प्रकाश (22) ने फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया क्लास ऑफ 2022 सूची में जगह बनाई है. भानु का कहना है कि ‘भांजु’ एक मैथ्स एडटेक स्टार्टअप है जिसे हैदराबाद के नीलकंठ भानु प्रकाश ने 2020 शुरू किया. इस पर उन्हें ‘लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स’ की ओर से 2 मिलियन डालर (करीब 15 करोड़ रुपये) का फंड प्राप्त किया था. इस सीड फंड से वह कंपनी को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें - फोर्ब्स इंडिया की प्रमुख प्रबंधकों की सूची में दिब्यज्योति पटनायक शामिल
नीलकंठ की मानें तो बहुत से युवा वह करना चाहते हैं, जो उन्होंने किया. इसलिए उनकी मैथ्स में रुचि जगाने और उसमें आगे बढ़ने में मदद करने के लिए इस कंपनी की शुरुआत की गई. नीलकंठ भानु वही हैं जिन्होंने मात्र 17 वर्ष की आयु में जानी-मानी गणितज्ञ शकुंतला देवी का रिकार्ड तोड़ा था और उन्हें विश्व के सबसे तेज ‘मानव कैलकुलेटर’ का खिताब मिला था. भानु खुद को जन्मजात जीनियस नहीं मानते औऱ न ही उनका इस पर कोई विश्वास है. उनके नाम 4 विश्व रिकॉर्ड के साथ 50 लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स हैं.