हैदराबाद : देश में बीते वित्त वर्ष 2020-21 में कार्यालय स्थलों (office space) की कुल मांग में दक्षिण भारत (South India) के तीन शहरों- बेंगलुरु (Bengaluru), हैदराबाद (Hyderabad) और चेन्नई (Chennai) का दबदबा है. एनारॉक की एक रिपोर्ट के अनुसार, कार्यालय स्थलों की कुल मांग में इन तीन शहरों का हिस्सा 66 प्रतिशत रहा. परामर्शक कंपनी ने कहा कि दक्षिण भारत के कार्यालय बाजार ने नई आपूर्ति, मांग और यहां तक कि किराया वृद्धि के मामले में अन्य क्षेत्रों को पीछे छोड़ दिया.
हैदराबाद देश के सबसे तेजी से बढ़ते मेट्रो शहरों में से एक है. शीर्ष पायदान के बुनियादी ढांचे, सर्वोत्तम रहने की स्थिति, बढ़ते औद्योगीकरण और बेहतर सुविधाओं के साथ शहर कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए एक आकर्षक संभावना है. नए स्टार्टअप के साथ-साथ शीर्ष संगठनों के हैदराबाद में प्रवेश करने से हर साल हजारों रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं. साथ ही ऑफिस स्पेस का भी विस्तार हो रहा है. क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करने वाली अधिकांश बहुराष्ट्रीय कंपनियां हैदराबाद पर नजर गड़ाए हुए हैं. नए केंद्र स्थापित करने और मौजूदा कार्यस्थल के विस्तार के लिए शहर सबसे अनुकूल प्रतीत होता है. नतीजतन, हैदराबाद में कार्यस्थल बढ़ाने के सौदों में वृद्धि देखी जा रही है.
संसाधनों और बुनियादी ढांचे की तैयार उपलब्धता के कारण हैदराबाद का देश के मेट्रो शहरों में हमेशा एक अनूठा स्थान रहा है. कर्मचारी और नियोक्ता समान रूप से हैदराबाद को इसकी किफायती अचल संपत्ति के लिए पसंद करते हैं. वास्तव में मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु की तुलना में हैदराबाद कार्यस्थल के मामले में बेहतर है. भारत की एक प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स ने हाल ही में एक सर्वेक्षण किया है जिसमें कई दिलचस्प तथ्य सामने आए हैं. 2021 में हैदराबाद में लीज रेट 57 रुपये प्रति वर्ग फुट है जबकि मुंबई में यह 125 रुपये है.
एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स ने अनुमान लगाया है कि हैदराबाद का कुल कार्यस्थल 15 करोड़ वर्ग फुट तक फैल जाएगा. वर्तमान में शहर में लगभग 7 करोड़ वर्ग फुट में विभिन्न आईटी-आईटीईएस, बीपीओ और केपीओ कंपनियां काम कर रही हैं. महामारी के दौरान भी, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों ने यहां नए कार्यालय स्थापित किए हैं. बहुराष्ट्रीय और घरेलू कंपनियां शहर में माधापुर, हाईटेक सिटी, गचीबोवली, कोकापेट, नानकरामगुडा और रायदुर्गम क्षेत्रों में अपना मुख्यालय स्थापित करने की योजना बना रही हैं. मार्केटिंग विशेषज्ञों की राय है कि हैदराबाद के बेंगलुरू से आगे निकलने की संभावना है जो अब तक ऑफिस स्पेस सीन में नंबर एक रहा है.