हैदराबाद : टीआरएस कार्यकर्ताओं के हमले के विरोध में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के आवास पर धरना-प्रदर्शन को जा रहीं वाईएसआरटीपी नेता वाई.एस. शर्मिला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हमले में क्षतिग्रस्त कार को वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) की प्रमुख शर्मिला खुद चला रही थीं और सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) द्वारा हमले के विरोध में प्रगति भवन की ओर बढ़ रही थीं.
जब शर्मिला अपने समर्थकों के साथ राजभवन रोड स्थित यशोदा अस्पताल के पास पहुंचीं तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया. वाईएसआरटीपी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. जैसे ही उन्होंने मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. लेकिन शर्मिला ने जब वाहन से बाहर आने से मना किया तो पुलिस क्रेन लेकर आई और वाहन को उठाकर ले गई जबकि वह वाहन में ही बैठी रहीं. पार्टी के कुछ समर्थकों को भी पुलिस वहां से ले गई. शर्मिला को बाद में एसआर नगर थाने ले जाया गया.
इसके बाद पुलिस ने वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आईपीसी की धारा 353, 333, 327 के तहत मामला दर्ज किया है. वहीं, इस घटनाक्रम के बाद उनकी मां वाईएस विजयम्मा ने शर्मिला से मिलने की कोशिश की, लेकिन विजयम्मा को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. हालांकि, बाद में कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई. वहीं, पुलिस के इस रवैये को लेकर वाईएसआरटीपी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. जिससे वहां कुछ देर के लिए तनाव हो गया. वाईएसआरटीपी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के चलते कुछ समय तक राजभवन रोड पर यातायात बाधित रहा.
वाईएसआरटीपी के विरोध मार्च में वह यात्रा बस भी शामिल थी, जिस पर सोमवार को टीआरएस कार्यकतार्ओं ने पथराव किया और आग लगा दी थी. शर्मिला की यात्रा बस और अन्य वाहनों पर वारंगल जिले के नरसमपेट में उस समय हमला किया गया, जब वह अपनी प्रजा प्रस्थानम यात्रा के तहत क्षेत्र का दौरा कर रही थीं. वाईएसआरटीपी ने आरोप लगाया कि टीआरएस के लोगों ने पदयात्रा पर अंधाधुंध हमला किया, पथराव किया और बस को जला दिया, गंदी भाषा का इस्तेमाल किया और बैनर और पार्टी के झंडे फाड़ दिए.
पुलिस ने बाद में शर्मिला को इस आधार पर गिरफ्तार कर लिया कि क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए उनकी सलाह के बावजूद वह पैदल मार्च जारी रखे हुए थीं. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला को हैदराबाद लाया गया. सोमवार रात हैदराबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शर्मिला ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी यात्रा और टीआरएस के अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई नहीं रुकेगी. शर्मिला ने कहा कि वह 'टीआरएस के उपद्रवियों और बदमाशों' से नहीं डरेंगी और चार करोड़ तेलंगाना के लोगों के लिए मार्च करेंगी, जो उनके साथ खड़े थे. जुबली हिल्स स्थित पार्टी कार्यालय पर धरना देने वाले पार्टी के कुछ नेताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की बेटी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ पुलिस अधिकारी सत्ताधारी पार्टी का पक्ष ले रहे हैं और 'लोगों तक पहुंचने और उनके मुद्दों को उठाने के हमारे प्रयासों को बाधित कर रहे हैं.' प्रजा प्रस्थानम पदयात्रा अब तक 3,500 किलोमीटर का आंकड़ा पार कर चुकी है, जिसमें राज्य के 75 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. उन्होंने अब तक 4 नगर निगमों के साथ 208 मंडलों और 61 नगर पालिकाओं के तहत 1863 गांवों को कवर किया है.