श्रीनगर :हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के मीरवाइज उमर फारूक नीत धड़े ने कट्टरपंथी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की पिछले हफ्ते मौत होने पर शव पाकिस्तानी झंडे में लपेटने पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने पर निंदा की है.
गिलानी की मौत के बाद कथित राष्ट्र विरोधी नारे लगाने और उनका शव पाकिस्तान के झंडे में लपेटने के मामले में पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता तथा गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की है.अधिकारियों ने पहले बताया कि जब पुलिस शव को कब्जे में लेने के लिए गई, तब गिलानी के सहयोगियों ने झंडा हटा दिया था.
लंबी बीमारी के बाद गिलानी की बुधवार रात यहां उनके घर पर मौत हो गई थी. शव को पास की एक मस्जिद के कब्रिस्तान में दफनाया गया. हुर्रियत की ओर से जारी बयान में कहा गया कि वह गिलानी के परिवार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की निंदा करते है. गिलानी के बेटे ने मीडिया को बताया कि अधिकारियों ने 92 वर्षीय नेता का शव अपने कब्जे में ले लिया और उसे परिवार की अनुपस्थिति में और उनकी जानकारी के बगैर ही दफना दिया.