रामबन :मानवता सभी धर्मों से ऊपर होती है. इस कथन को चरितार्थ किया है जम्मू-कश्मीर के रामबन जिला निवासी फारूक ने. युवक फारूक अहमद है जो पेशे से ड्राइवर है.
मुस्लिम युवक फारूक ने तीन हिंदू अनाथ बच्चों को सहारा दिया है. जानकारी के मुताबिक, रामबन के संगलदान के पिछड़े इलाके में रहने वाले मुंशी राम की दो साल पहले मौत हो गई थी. वह अपने पीछे एक बेटा और दो बेटियां छोड़ गया. सात साल पहले उसकी पत्नी की मौत हो चुकी थी जबकि एक बड़ा बेटा अपने ससुरालियों के साथ रहता है.
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अपने बच्चों जैसी देखभाल
मुंशी राम के मरने के बाद इन तीनों मासूमों की देखभाल करने वाला कोई नहीं थी. तभी स्थानीय युवक फारूक ने इन तीनों बच्चों की जिम्मेदारी उठाई. वे इन दोनों बच्चों की पिछले दो सालों से अपने बच्चों की तरह देखभाल करता आ रहा है.