दिल्ली

delhi

BAN : इन चाइनीज कंपनियों के सामान-सुविधाएं इस्तेमाल करते हैं तो हो जाएं सावधान, अमेरिका समेत कई देशों में हैं बैन

By

Published : Feb 13, 2023, 3:40 PM IST

अमेरिका और यूरोप के देशों का दावा है कि हुआवेई उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. ऐसी चिंताएं हैं कि Huawei और अन्य के बुनियादी ढांचे पिछले दरवाजे से चीनी सरकार को डेटा एकत्र करने अनुमति देते हैं. बीजिंग ने हमेशा साइबर हमले, अपनी तकनीकी के माध्यम से जासूसी या TikTok जैसे app के माध्यम से डेटा चोरी से इनकार किया है.

Huawei Tiktok many chinese companies under espionage investigation
चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध , जासूसी के आरोप

नई दिल्ली : हुआवेई जैसे चीन स्थित तकनीकी दिग्गज राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को बढ़ रहे हैं. बीजिंग समर्थित ये दिग्गज दुनिया भर में उद्योगों और रक्षा प्रतिष्ठानों पर बड़े पैमाने पर साइबर हमले करने में सक्षम हैं. इससे भविष्य में ये संघर्ष दुनिया के तकनीकी परिदृश्य को नया आकार दे सकते हैं. बीजिंग ने हमेशा साइबर हमले, अपनी तकनीकी कंपनियों के माध्यम से जासूसी या अपने ऐप ( जैसे TikTok ) के माध्यम से डेटा चोरी से इनकार किया है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि प्रौद्योगिकी को लेकर वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव पैदा हो सकता है, जो विदेशी सरकारों को अमेरिका या चीन के साथ व्यापार करने के बीच निर्णय लेने के लिए मजबूर करेगा. Chinese companies accused of espionage .

न्यूयॉर्क स्थित थिंक-टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस के अनुसार, Huawei पर आरोप है कि बीजिंग जासूसी के लिए अपने 5जी बुनियादी ढांचे का इस्तेमाल कर सकता है. Council on Foreign Relations परिषद की इस सप्ताह की शुरुआत में आई नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और अन्य देशों का दावा है कि हुआवेई उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. उनका कहना है कि यह चीनी सरकार की आभारी है, जो जासूसी ( Espionage ) करने के लिए कंपनी का इस्तेमाल कर सकता है. Huawei 5g accused of espionage .

चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध , जासूसी के आरोप

बौद्धिक संपदा की चोरी का आरोप, लेकिन कम आय वाले देशों में लोकप्रिय
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अन्य ने Huawei को अपने 5G नेटवर्क बनाने से प्रभावी रूप से प्रतिबंधित कर दिया है, लेकिन यह कम आय वाले देशों में लोकप्रिय बना हुआ है. हाल के वर्षों में अमेरिका और कई अन्य देशों ने जोर देकर कहा है कि हुआवेई ने उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताया है, यह कहते हुए कि इसने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है और बौद्धिक संपदा की चोरी की है, और यह कि यह cyber espionage कर सकता है. chinese companies under espionage investigation .

कई अमेरिकी नीति निर्माता हुआवेई को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ( CCP ) के व्यावसायिक विस्तार के रूप में देखते हैं. ऐसी चिंताएं भी हैं कि हुआवेई के 5जी बुनियादी ढांचे पिछले दरवाजे से चीनी सरकार को भारी मात्रा में डेटा एकत्र करने और केंद्रीकृत करने की अनुमति देते हैं. ये बीजिंग को संचार नेटवर्क और सार्वजनिक उपयोगिताओं पर हमला करने के लिए आवश्यक पहुंच प्रदान करते हैं.

चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध , जासूसी के आरोप

हालांकि हुआवेई ने ऐसे सभी आरोपों का खंडन किया है. कंपनी ने खुद को Chinese Communist Party से दूर कर लिया है, बार-बार जोर देकर कहा है कि espionage करने के लिए उसके उपकरण का कभी इस्तेमाल नहीं किया गया है और न ही कभी किया जाएगा. हुआवेई पर US government का सीमित प्रतिबंध 2017 से जारी है, जब कांग्रेस ने रक्षा विभाग के कुछ नेटवर्क को हुआवेई या जेडटीई उपकरण का उपयोग करने से प्रतिबंधित कर दिया था.

पांच चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध
नवंबर 2022 में, Joe Biden administration ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर चिंताओं के बीच हुआवेई और जेडटीई सहित पांच चीनी कंपनियों से नए संचार उपकरणों की बिक्री और आयात पर प्रतिबंध लगा दिया. सूचीबद्ध अन्य चीनी कंपनियों में हिकविजन, दाहुआ और हायटेरा ( Hikvision, Dahua and Hytera ) शामिल हैं, जो वीडियो निगरानी उपकरण और टू-वे रेडियो सिस्टम बनाती हैं.

हिकविजन, हुआवेई और अन्य ने चीनी सरकार को डेटा की आपूर्ति से इनकार किया. हिकविजन ने कहा कि उसके उत्पाद अमेरिका के लिए कोई सुरक्षा खतरा पेश नहीं करते हैं. जनवरी 2023 में Biden administration ने हुवावे को सामान निर्यात करने के लिए अमेरिकी कंपनियों को लाइसेंस देना बंद कर दिया. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड और यूके ने हुआवेई पर प्रतिबंध लगा दिया है या प्रतिबंध लगा रहे हैं.

Cyber ​​War का आरोप
बेल्जियम, डेनमार्क, एस्टोनिया, फ्रांस, लिथुआनिया, पोलैंड, रोमानिया और स्वीडन ने भी अपने 5जी नेटवर्क के निर्माण में हुआवेई के उपकरणों के उपयोग को प्रतिबंधित कर दिया है. इस बीच चीन पर देशों के खिलाफ साइबर युद्ध ( Cyber ​​war ) का आरोप भी लगा है. 2021 में, यूएस, नाटो और अन्य सहयोगियों ने आरोप लगाया कि चीन ने माइक्रोसाफ्ट ई-मेल सिस्टम में उल्लंघन का फायदा उठाने के लिए अनुबंध हैकर्स को नियुक्त किया, जिससे राज्य सुरक्षा एजेंटों को ई-मेल, कॉपोर्रेट डेटा और अन्य संवेदनशील जानकारी तक पहुंच प्राप्त हो सके.

अमेरिका में टिकटॉक पर प्रतिबंध : Tiktok Ban in USA
China sponsored hacker ने कथित तौर पर अमेरिकी ऊर्जा विभाग, उपयोगिता कंपनियों, दूरसंचार फर्मों और विश्वविद्यालयों से भी समझौता किया. ByteDance के स्वामित्व वाला Tiktok कथित तौर पर अमेरिकी यूजर्स का डेटा चुराने के लिए भी चर्चा में रहा है. अमेरिका ने चीनी शॉर्ट वीडियो-मेकिंग ऐप टिकटॉक को राष्ट्रव्यापी प्रतिबंधित करने की योजना बनाई है, और हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी अगले महीने प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से ब्लॉक करने के लिए एक बिल पर वोट करेगी.

रिपोर्ट के अनुसार, बिल व्हाइट हाउस को बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को लेकर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की कानूनी शक्ति देगा. पिछले महीने, यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स द्वारा जारी किए गए मोबाइल उपकरणों पर चीनी शॉर्ट-फॉर्म वीडियो मेकिंग ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. सदन ने कर्मचारियों को सभी मोबाइल फोन से टिकटॉक हटाने का आदेश दिया.

Tiktok spokesperson ने एक बयान में कहा, हम आशा करते हैं कि सांसद अपनी ऊर्जा को समग्र रूप से उन मुद्दों को हल करने के प्रयासों पर केंद्रित करेंगे, बजाय यह दिखावा करने के कि किसी एक सेवा पर प्रतिबंध लगाने से वे किसी भी समस्या का समाधान करेंगे या अमेरिकियों को सुरक्षित बनाएंगे. वर्तमान में टिकटॉक US Department of Justice से राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंध चिंताओं के समाधान पर विचार-विमर्श कर रहा है.

( आईएएनएस )

WhatsApp ने भारत में लाखों आपत्तिजनक अकाउंट्स बैन किए

ABOUT THE AUTHOR

...view details