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वर्कर्स पर कोविड-19 के असमान प्रभावों को कैसे कम करें? - असमानता में तेजी से वृद्धि

कोरोना के बाद कुछ क्षेत्र और व्यवसाय स्थायी रूप से सिकुड़ जाएंगे, और अन्य का विस्तार होगा. हालांकि, इस दौरान आय असमानता में तेजी से वृद्धि आ सकती है.

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Published : Jun 7, 2021, 9:12 PM IST

हैदराबाद : कोरोना महामारी के कारण पिछले साल नौकरी छूटने के कारण निम्न-कुशल (Lower-skilled) और युवा वर्कर्स रिकॉर्ड संख्या में प्रभावित हुए थे. इन नौकरियों में से कुछ अर्थव्यवस्था में रिएडजस्ट नहीं हो सकती हैं, क्योंकि महामारी के बाद की यह समायोजित हो जाती हैं.

अर्थव्यवस्था में नौकरियों के मिश्रण के संदर्भ में दीर्घकालिक परिवर्तन (Longer-term) होने की संभावना है. कोरोना के बाद कुछ क्षेत्र और व्यवसाय स्थायी रूप से सिकुड़ जाएंगे, और अन्य का विस्तार होगा.

कई बेरोजगार वर्कर्स (unemployed workers) अभी भी महामारी से पहले के अपने वेतन और अन्य मौलिक बदलावों को फिर से हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, हालांकि वर्कर्स की आय में और वृद्धि होने की संभावना है.

अप्रैल 2021 के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (World Economic Outlook) के शोध में पाया गया है कि जॉब रिटेनशन सपोर्ट ( job retention support) संकट के बाद पहले कुछ महीनों में आय असमानता में तेजी से वृद्धि हो सकती है.

जब वर्कर्स को नई नौकरियों में स्थानांतरित (workers to shift ) या पुन: आवंटित (reallocate to new jobs) करने के लिए समर्थन के साथ पालन किया जाता है, तो हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि अच्छे अनुक्रमित नीति पैकेज (well-sequenced policy package) मध्यम अवधि में आय असमानता में वृद्धि को अधिक प्रभावी ढंग से कम कर सकता है.

आगे का रास्ता

आंशिक बेरोजगारी लाभ (partial unemployment benefits ) और अन्य सब्सिडी सहित जॉब रिटेनशन सपोर्ट को अपने नियोक्ताओं के लिए वर्कर्स के लिंक को बनाए रखने के लिए तैनात किया जाना चाहिए.

ये नीतियां ज्यादा कमजोर वर्कर्स को बेरोजगारी में जाने से रोकती हैं, महामारी से आय असमानता में वृद्धि (rise in income inequality) को कम करती हैं.

उदाहरण के लिए यूनाइटेड किंगडम और स्पेन, जहां रोजगार के नुकसान को कम रखने के लिए इन नीतियों का उपयोग करने में सफलता मिली है.

वे मूल्यवान जॉब मैच (valuable job matches) भी बनाए रखते हैं और यह वर्कर्स को भविष्य में नौकरी वापस पाने की उम्मीद कर सकते हैं.

उभरते बाजारों में, जहां लोगों का एक बड़ा हिस्सा अनौपचारिक नौकरियों (informal jobs) में काम करता है, इन वर्कर्स तक पहुंचने के लिए समर्थन नीतियों को अनुकूलित करने की आवश्यकता हो सकती है - उदाहरण के लिए, ब्राजील और डोमिनिकन गणराज्य ने अनौपचारिक वर्कर्स पर लक्षित नकद-हस्तांतरण कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक शुरू किया.

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हालांकि, सभी नौकरियां वापस नहीं आएंगी. इसलिए जैसे ही महामारी कम हो जाती है और अर्थव्यवस्थाएं फिर से शुरऊ जाती हैं, (पुनः) प्रशिक्षण कार्यक्रम, नौकरी सर्च सहायता (job search assistance), और भर्ती, स्टार्ट-अप प्रोत्साहन सहित वर्कर्स पुनर्वितरण समर्थन, बेमेल कौशल (shrink skill mismatches) को कम करने और रोजगार सृजन को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार किया जाना चाहिए, जिससे बेरोजगार श्रमिकों (unemployed workers) को सक्षम किया जा सके.

आयरलैंड और नीदरलैंड जैसे देशों ने पहले से ही कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रमों (worker training programs ) ने निवेश करने और बेरोजगार वर्कर्स को नई नौकरी खोजने में अच्छी प्रगति की है. यह श्रमिकों की आय को बढ़ाता है और लंबे समय में असमानता को कम करता है.

सही नीति पैकेज (right policy package) - जॉब रिटेंशन और वर्कर रीअललोकेशन सपोर्ट (worker reallocation support) को मिलाकर- महामारी के नकारात्मक और असमान रोजगार प्रभावों को कम किया जा सकता है.

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