हैदराबाद :टेक स्टार्टअप वेस्टलेस (Waste Less) खाद्य पदार्थों की बर्बादी को रोकने के लिए काम कर रहा है. इसके लिए वेस्टलेस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ले रहा है. इसका उद्देश्य फूड रिटेल में बदलाव करना है.
- हम में से प्रत्येक व्यक्ति, प्रति वर्ष 74 किलोग्राम (163 पाउंड) भोजन बर्बाद करता है.
- संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों का उद्देश्य 2030 तक खाना की बर्बादी को 50% कम करना है.
- एआई सॉफ्टवेयर के माध्यम से सुपरमार्केट खाद्य अपशिष्ट को एक तिहाई तक कम किया जा सकता है.
- टेक स्टार्टअप वेस्ट लेस खाद्य पदार्थों की बर्बादी को कम करने के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहा है.
जिन खाद्य पदार्थों को हम फेंक देते हैं:
खेत से कचरे के डब्बे तक
खाद्य अपशिष्ट खाद्य आपूर्ति श्रृंखला के किसी भी स्तर पर हो सकता है - उत्पादन, प्रसंस्करण, खुदरा और खपत. कृषि से लेकर परिवहन तक खाद्य मूल्य श्रृंखला में कचरे के कई कारण हैं.
खुदरा खाद्य अपशिष्ट को कम करना
खाद्य पदार्थों की बर्बादी का प्रमुख कारण इसकी एक्सपायरी डेट की अनिश्चितता है. दुनिया भर के उपभोक्ता शेल्फ-लाइफ के खत्म होने वाले भोजन पर रियायती मूल्य निर्धारण से परिचित हैं. आसान भाषा में कहा जाए तो जिन खाद्य सामग्री की एक्सपायरी डेट नजदीक होती है, उस पर डिस्काउंट मिल जाता है, लेकिन व्यापार में 'मार्कडाउन ऑप्टिमाइज़ेशन' (Markdown Optimization) के रूप में जानी जाने वाली सर्वोत्तम मूल्य निर्धारण रणनीति का पता लगाना मुश्किल है.