नई दिल्ली: दो बार का ओलंपिक पदक विजेता, रेलवे का अधिकारी, छत्रसाल स्टेडियम का ओएसडी और पहलवानों को तैयार करने वाला एक कोच. कुछ समय पहले तक सुशील कुमार की यही पहचान थी, लेकिन दुनियाभर के पहलवानों को धूल चटाने वाला वो सुशील कुमार आज हत्या का एक आरोपी है. दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर की हत्या के मामले में वांछित चल रहे सुशील कुमार पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है. पुलिस से बचने के लिए वह दर-दर की ठोकरें खा रहा है.
क्या था मामला ?
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में नए पहलवानों को तैयार करने की जिम्मेदारी सुशील के पास थी. वह देश के लिए पदक विजेता पहलवान तैयार कर रहा था. ऐसा ही एक पहलवान था सोनीपत का रहने वाला सागर, जिसके पिता दिल्ली पुलिस में थे. सागर जूनियर नेशनल चैंपियन बन चुका था और तेजी से अंतरराष्ट्रीय स्तर का पहलवान बनने के लिए तैयारी कर रहा था. सुशील कुमार उसकी मेहनत से काफी प्रभावित था. इसलिए उसने सागर को मॉडल टाउन स्थित अपना फ्लैट रहने के लिए दे दिया. जिससे सागर को प्रैक्टिस के लिए दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम पहुंचने में सहूलियत हो गई.
ये भी पढ़ें: ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार आत्मसमर्पण की फिराक में !
फ्लैट खाली करने के विवाद में हुई हत्या
कुछ दिन पहले सागर से सुशील पहलवान का विवाद हो गया. इस पर सुशील ने सागर को तुरंत अपना फ्लैट खाली करने के लिए कहा. सागर ने तुरंत फ्लैट खाली करने से इनकार कर दिया. इस बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई. बीती 4 मई को इस मामले को सुलझाने के लिए सागर और उसके दो साथियों को छत्रसाल स्टेडियम पर जबरन लाया गया, जहां सुशील कुछ अन्य पहलवानों के साथ मौजूद था. उनके पास दोनाली बंदूक भी थी.
आरोप है कि यहां पर सुशील और उसके साथियों ने सागर, अमित और सोनू को जमकर पीटा. पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो घायलों को छोड़कर आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन एक आरोपी प्रिंस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ देर बाद सागर ने दम तोड़ दिया.