नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने अन्य देशों से काला धन (black money ) वापस लाने के सरकार के वादे पर शुक्रवार को सवाल उठाया और पिछले 7 वर्षों में लाए गए काले धन की कुल राशि पर एक श्वेत पत्र (white paper) की मांग की.
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Gourav Vallabh) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, '2014 में सत्ता संभालने से पहले बीजेपी ने दावा किया था कि भारतीय अकेले स्विट्जरलैंड (Switzerland) के बैंकों में 250 अरब डॉलर (17.5 लाख करोड़ रुपये) छिपा रहे हैं.
भाजपा ने यह भी वादा किया था कि वे विदेशी बैंकों (foreign banks) में जमा काला धन वापस लाएंगे और इसके परिणामस्वरूप प्रत्येक भारतीय को 15 लाख रुपये मिलेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों और परिणामों को देखकर लगता कि इसमें कोई दृश्यता नहीं है. हमेशा की तरह उन्होंने इस विषय से दूर रहने का फैसला किया है क्योंकि वे इसे पूरा करने में बुरी तरह विफल रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता का यह बयान स्विस नेशनल बैंक (Swiss National Bank) द्वारा जमा किए गए फंड के आंकड़े जारी करने के बाद आया है. स्विस नेशनल बैंक के आंकड़ों में दिखाया गया है कि बैंक में भारतीयों द्वारा जमा राशि में 2020 में 286 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो कि पिछले 13 वर्षों में सबसे अधिक है.
कांग्रेस नेता ने मांग की कि मोदी सरकार इस पैसे की प्रकृति, नाम और उन व्यक्तियों के विवरण का पूरा खुलासा करे, जिन्होंने पिछले साल स्विस बैंकों में पैसा जमा किया है.
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मोदी सरकार बताए कि उसने विदेशी बैंकों में काला धन जमा करने से रोकने के लिए क्या उपाए किए हैं. पिछले 7 सालों में कितना काला धन और किस देश से वापस लाया गया है?
कांग्रेस नेता कहा कि सरकार को विदेशों में काले धन को जमा करने से रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने और काला धन वापस लाने के लिए हर संभव कदम उठाना चाहिए.