हैदराबाद : भारत सरकार ने जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. अमेरिका की सिंगल डोज वाली वैक्सीन जॉनसन एंड जॉनसन भी 18 से अधिक उम्र वालों के लिए ही है. कोविशील्ड, कोवैक्सिन, स्पुतनिक-वी और मॉडर्ना के बाद यह पांचवीं वैक्सीन है, जिसे मंजूरी मिली है.
जॉनसन एंड जॉनसन इंडिया के प्रवक्ता ने बयान जारी कर बताया कि कंपनी ने 5 अगस्त को भारत में इस्तेमाल की मंजूरी मांगी थी. 7 अगस्त को भारत सरकार ने सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. यह फैसला तीसरे चरण के ट्रायल में मिले प्रभाव और सुरक्षा के डेटा पर आधारित हैं. ट्रायल के बाद इसकी असर की क्षमता 85 पर्सेंट बताई जा रही है.
अभी तक भारत में डबल डोज वाली वैक्सीन ही मिल रही है
अभी तक भारत में कोवैक्सीन, कोविशील्ड, मॉडर्ना और स्पूतनिक-वी के टीके लगाए जा रहे हैं. ये चारों डबल डोज वाली वैक्सीन है . कोवैक्सीन के दो डोज 4 से 6 हफ्ते के अंतर पर लगाए जा रहे हैं. एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की दो डोज के बीच का गैप 12 से 16 हफ्ते है. स्पूतनिक वी के दो डोज के बीच 21 दिन का अंतर जरूरी बताया गया है. मॉडर्ना वैक्सीन के लिए 28 दिन का गैप बताया गया है. जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के लिए सिंगल डोज ही काफी है.
कितनी होगी जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की कीमत
भारत में अभी जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की कीमत तय नहीं हुई है. भारत में विदेशों से आयातित वैक्सीन सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध नहीं है. सरकार फ्री में सिर्फ स्वदेशी वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन ही दे रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि स्पूतनिक-वी की तरह यह भी प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगा. रिपोर्टस के अनुसार, जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन 25 डॉलर यानी करीब 1855 रुपये में मिल सकती है. इसकी कीमत में सरकार की ओर से लगाई गई जीएसटी और सर्विस चार्ज 150 रुपये जुड़ सकता है. इस अनुमान से कुल कीमत करीब 2000 हो सकती है. बता दें कि प्राइवेट अस्पतालों में कोविशील्ड की एक डोज 780 रुपये और कोवैक्सीन की एक डोज 1410 रुपये में उपलब्ध है. स्पूतनिक-वी के एक डोज के लिए 1,145 रुपये चार्ज किया जा रहा है.
अभी भारत में कई वैक्सीन डेवेलप करने पर काम किया जा रहा है
अभी कई और वैक्सीन हैं कतार में
आने वाले वक्त में भारतीय बाजार में और स्वदेशी वैक्सीन आ सकती है. भारत बायोटेक नाक से लेने वाली एक वैक्सीन पर ट्रायल कर रहा है. अहमदाबाद की ज़ाइडस-कैडिला कंपनी भी ज़ाईकोव-डी वैक्सीन पर काम कर रही है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया और अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स मिलकर एक और वैक्सीन के विकास के लिए काम कर रहे हैं. हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल-ई अमेरिका की कंपनी के साथ एक वैक्सीन बना रही है.
अगर वैक्सीन ले चुके हैं तो झटपट हासिल करें सर्टिफिकेट
अगर आप वैक्सीन ले चुके हैं और सर्टिफिकेट वाला मैसेज खो गया है तो चिंता नहीं करें. आप https://www.cowin.gov.in/ पर जाकर download certificate पर क्लिक कर सर्टिफिकेट हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा सरकार ने वॉट्सऐप पर भी सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है. इसके लिए आपको रजिस्टर्ड मोबाइल पर 9013151515 नंबर सेव करना होगा. फिर वॉट्स ऐप के जरिये ही covid certificate लिखकर इस नंबर पर मैसेज भेजना होगा. मैसेज भेजते ही रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP आएगा. जैसे ही आप ओटीपी दोबारा 9013151515 पर भेजेंगे, आपका वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट आ जाएगा.