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गृह मंत्रालय की अधिकारियों के साथ बैठक, बंगाल में सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा - वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय

केंद्रीय गृह मंत्रालय केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पश्चिम बंगाल में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. इसके बाद गृह मंत्रालय ने विजयवर्गीय की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और उन्हें बुलेट प्रूफ कार प्रदान की है.

अमित शाह
अमित शाह

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Published : Dec 14, 2020, 9:28 PM IST

नई दिल्ली :भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हुए हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में बंगाल में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. इस बीच गृह मंत्रालय ने विजयवर्गीय की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और उन्हें बुलेट प्रूफ कार प्रदान की है.

बता दें कि बीते गुरुवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और विजयवर्गीय के वाहनों पर कोलकाता के डायमंड हार्बर कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया था.

चूंकि नड्डा के पास पहले से ही Z सिक्योरिटी है और हमले के समय वे बुलेट प्रूफ कार में यात्रा कर रहे थे, जहां विजयवर्गीय, जिनको पार्टी द्वारा Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई सामान्य एसयूवी में यात्रा कर रहे थे.

विजयवर्गीय ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने राज्य में विपक्षी दलों पर हमला करने की नीति अपनाई है.

दिलचस्प बात यह है कि गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से पिछले सप्ताह हुई घटना पर एक बैठक करने के लिए कहा था. इस पर राज्य सरकार ने एक पत्र में राज्य के दोनों वरिष्ठ अधिकारियों को आपातकालीन स्थिति के कारण दिल्ली भेजने में असमर्थता जताई है.

उल्लेखनीय है कि डायमंड हार्बर में हुई हिंसा ने अगले साल के शुरू में होने वाले विधानचुनाव से पहले टीएमसी और बीजेपी के बीच जारी लड़ाई को और बढ़ा दिया है.

पढ़ें - भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय को बुलेट प्रूफ कार और जेड श्रेणी की सुरक्षा

गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने ईटीवी भारत को बताया कि मंत्रालय राज्य के घटनाक्रम पर पूरी नजर रखे हुए है.

इससे पहले राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गवर्नर जगदीप धनखड़ ने भी नाराजगी जताई थी. दिलचस्प बात यह है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान को राजभवन में धनखड़ द्वारा बुलाए गए. इस दौरान धनखड़ ने राज्य में राजनीतिक हिंसा के बढ़ने पर गंभीर चिंता व्यक्त की.

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