मुंबई : पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर के पत्र पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री देखमुख ने सफाई दी है. उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. देशमुख ने कहा है कि परमबीर के खिलाफ वे मानहानी की कार्रवाई शुरू कर सकते हैं.
परमबीर सिंह के आरोप पर अनिल देशमुख ने कहा कि एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन केस में सचिन वाजे के सीधे लिंक सामने आ रहे हैं. परमबीर ने खुद को कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए यह झूठे आरोप लगाए हैं.
दरअसल परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए थे. पत्र में देशमुख पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि उन्होंने सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपये हर महीने एकत्रित करने के लिए कहा था.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे आठ पृष्ठों के पत्र में सिंह ने आरोप लगाया है कि देशमुख पुलिस अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाया करते हैं और उन्हें बार, रेस्तरां तथा अन्य प्रतिष्ठानों से वसूली का लक्ष्य देते हैं.
हालांकि, गृह मंत्री देशमुख ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद और निराधार बताया है.
क्या है मामला
गौरतलब है कि 25 फरवरी को अंबानी की एंटीलिया इमारत के बाहर एक लावारिस एसयूवी मिली थी, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद हुईं. आरोप है कि एसयूवी में वाजे ने ही जिलेटिन रखा था. इन्हीं आरोपों के सिलसिले में वाजे एनआईए और महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) की जांच के घेरे में हैं. इस घटना के बाद पांच मार्च को ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत हो गई थी.