राजौरी/जम्मू : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के राजौरी में हाल ही में हुए आतंकी हमलों की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दी गई है. शाह ने यहां एक दिन के दौरे के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले डेढ़ साल में जम्मू में हुई सभी आतंकी घटनाओं की भी एनआईए जांच करेगा और जम्मू कश्मीर पुलिस जांच में सक्रियता से सहयोग करेगी. उन्होंने कहा, हमने कल राजौरी घटना की जांच एनआईए को सौंप दी.
राजौरी में एक और दो जनवरी को हुए दोहरे आतंकवादी हमलों में सात लोगों की मौत हो गई थी जबकि 14 लोग घायल हो गए थे. शाह ने सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू कश्मीर के शीर्ष अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक भी की. उन्होंने कहा, हमने इसको लेकर चर्चा की है कि सुरक्षा व्यवस्था को और कैसे मजबूत किया जाए. सुरक्षा एजेंसियों ने मुझे बताया कि वे किसी भी स्थिति से निपटने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए 100 फीसदी तैयार हैं.
गृह मंत्री ने कहा कि बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी शामिल थे. उन्होंने कहा कि बैठक में मौजूदा स्थिति की पूरी समीक्षा की गई और आतंकी के समर्थन तंत्र पर गहन चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि एक समयबद्ध कार्य योजना तैयार की गई है, जिसमें तीन महीने के भीतर जम्मू संभाग के सभी क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की परिकल्पना की गई है. शाह ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि केंद्र शासित प्रदेश में पुख्ता सुरक्षा होगी. उन्होंने कहा कि वह राजौरी में हुए आतंकी हमलों के प्रभावित परिवारों से मिलने के उद्देश्य से जम्मू क्षेत्र आए थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वहां नहीं जा सके.
उन्होंने कहा, हालांकि, मैंने सात पीड़ितों में से प्रत्येक के परिवार के सदस्यों से फोन पर बात की है. परिवारों ने कहा कि वे आतंकवादियों से लड़ने के लिए तैयार हैं. उनसे ऐसी बातें सुनना वास्तव में खुशी की बात है. उन्होंने कहा, 'उनका साहस देश के लिए एक उदाहरण है और उन सभी का मानना है कि यह हमारा क्षेत्र है और हम (आतंकी खतरे के चलते) इसे नहीं छोड़ेंगे. उनमें से कुछ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से आए थे और वे इतनी बड़ी घटना के बावजूद आतंकवादियों से लड़ने के लिए तैयार हैं.' शाह ने कहा कि वह निश्चित रूप से दोबारा आएंगे और उनसे मिलेंगे. उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि हमले में शामिल आतंकवादियों की पहचान करके उन्हें जल्द से जल्द अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.