पटना : भाजपा की नजर बिहार पर है. भारतीय जनता पार्टी इंडिया गठबंधन के सबसे मजबूत किले में सेंधमारी करना चाहती है. भाजपा बिहार में महागठबंधन के किले को ध्वस्त करना चाहती है. बिहार फतह की जिम्मेदारी गृह मंत्री अमित शाह के कंधों पर है. अमित शाह लगातार एक के बाद एक बिहार दौरा कर रहे हैं. आज अमित शाह उत्तर बिहार को साधने के लिए हुंकार भर रहे हैं.
अमित शाह का कार्यक्रम : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 11:45 पर ग्वालियर एयरपोर्ट से पटना एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे. दोपहर 1:00 बजे गृह मंत्री पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे. 1:05 पर गृह मंत्री पटना एयरपोर्ट से मुजफ्फरपुर के लिए रवाना होंगे और 1:30 पर पताही हेलीपैड पर पहुंचेंगे. दोपहर 1:40 पर गृह मंत्री सड़क मार्ग से जनसभा स्थल के लिए रवाना होंगे. दोपहर 1:45 से लेकर 3:00 तक जनसभा स्थल पर मौजूद रहेंगे. 3:10 पर गृह मंत्री मुजफ्फरपुर एयरपोर्ट से पटना के लिए रवाना होंगे. 3:35 पर पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे. 3:40 पर गृह मंत्री दिल्ली के लिए रवाना होंगे और 5:00 दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे.
ये दिग्गज रहेंगे मौजूद : जानकारी के मुताबिक सुबह 11:00 कार्यक्रम की शुरुआत होगी. कार्यक्रम में भाजपा के तमाम बड़े नेता हिस्सा लेंगे. केंद्रीय गृहमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे, नित्यानंद राय के अलावा आरके सिंह मौजूद रहेंगे. पार्टी के सांसद और विधायक की कार्यक्रम में मौजूद होंगे. उत्तर बिहार के सभी जिलों के जनप्रतिनिधि और पार्टी पदाधिकारी कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.
शाह के बिहार दौरे की अहमियत : जातिगत गणना की रिपोर्ट आने के बाद गृह मंत्री अमित शाह का पहला बिहार दौरा है. जिस तरीके से जातिगत जनगणना को लेकर बिहार में विवाद खड़ा हुआ है, वैसे में सब की नजर अमित शाह पर टिकी है, कि चुनावी चाणक्य अमित शाह का जाति गणना को लेकर क्या रुख होता है. साथ ही रिकॉर्ड समय में 1.20 लाख नियुक्ति पत्र वितरित करके जॉब के क्षेत्र में महागठबंधन की सरकार ने बीजेपी को चौंकाया है.
उत्तर बिहार से शाह का शंखनाद: तिरहुत प्रमंडल में आयोजित शाह का ये दौरा काफी अहमियत रखता है. अमित शाह का बिहार दौरा तब हो रहा है जब यहां पर जातीय गणना रिपोर्ट सार्वजनिक हो चुकी है. जातियों के समीकरण को लेकर बहुतकुछ पर्दे के पीछे था. लेकिन अब किस क्षेत्र में कितनी जाति हैं उसको लेकर सियासी घटनाक्रम बुने जाने लगे हैं. कई पार्टियां सक्रिय हो चुकी हैं. अमित शाह भी इसको लेकर अलर्ट हैं. तिरहुत प्रमंडल में राजपूत-भूमिहार, ओबीसी, ईबीसी को साथ लेकर बैलेंस बनाकर चलने की रणनीति पर काम हो रहा है.
बीजेपी का मिशन @40 : बिहार में बीजेपी का लक्ष्य 40 की 40 सीट पर फतह का है. फिलहाल अभी 17 सीटों पर बीजेपी काबिज है. सीमांचल, मिथिलांचल, तिरहुत इलाके में अलग-अलग रणनीति बनाकर बीजेपी चरणबद्ध तरीके से काम कर रही है. जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है अमित शाह छठी बार बिहार आ रहे हैं. हर दौरे पर नई रणनीति के साथ बिहार के मतदाताओं पर डोरे बीजेपी की ओर से डाले जा रहे हैं.