कुरुक्षेत्र: बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेल चल रहे हैं. जहां पर (Birmingham 2022 Commonwealth Games) आज भारतीय महिला हॉकी ने न्यूजीलैंड को हराकर कांस्य पदक भारत देश की झोली में डाला है. अगर महिला भारतीय हॉकी टीम की बात करें तो यह हॉकी टीम कुरुक्षेत्र के शाहाबाद कस्बे के खिलाड़ी के बिना अधूरी रह जाती है. मौजूदा समय में भारतीय महिला हॉकी टीम में कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की महिला हॉकी खिलाड़ी नवनीत कौर खेल रही है. जिन्होंने आज पेनल्टी शूटआउट में दूसरा गोल करके भारत को राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक दिलाया है.
पिता बोले- परिवार ही नहीं पूरे देश के लिए खुशी का पल:ईटीवी भारत ने जब नवनीत कौर (Hockey player Navneet Kaur) के पिता बूटा सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम के जीतने के बाद जहां हमारे परिवार में खुशी का माहौल है तो वहीं, यह सिर्फ यह एक परिवार की खुशी ना रहकर पूरे भारत के लिए खुशी और गौरव का पल है. 2006 के बाद पहली बार महिला हॉकी टीम को राष्ट्रमंडल खेलों में यह स्थान मिला है. नवनीत कौर ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को कांस्य पदक दिलाने का काम किया है. परिवार वालों में खुशी का माहौल है. परिवार का कहना है कि जब वह विदेश से भारत में लौट कर आएंगी तब उनका भव्य स्वागत किया जाएगा. वहीं, नवनीत कौर के घर पर बधाई देने के लिए तांता लगा हुआ है.
छोटी उम्र से ही खेलने का था शौक:नवनीत कौर ने जब खेलना शुरू किया था वह छोटी क्लास में थी और उसके बाद उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. वहीं, अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलकर देश का नाम रोशन कर रही हैं. कुरुक्षेत्र के शाहबाद में बनी महिला हॉकी एकेडमी के कोच रहे अर्जुन अवॉर्डी बलदेव सिंह ने नवनीत के हुनर को तराशने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.