हैदराबाद : गणेश चतुर्थी के मौके लोग गणेश की मूर्तियां अपने घर लाते हैं और उसकी पूजा करते हैं. इस अवसर हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण (Hyderabad Metropolitan Development Authority - HMDA) हर साल लोगों को गणेश की मूर्तियां बांटता है. इस साल HMDA ने 70 हजार मूर्तियां हैदराबाद और सिंकदराबाद में बांटने की बात कही है. खास बात यह है कि मूर्तियां पूरी तरह से इको-फ्रेंडली होती हैं जो पर्यावरण को जरा भी नुकसान नहीं पहुंचाती.
70,000 इको-फ्रेंडलीमूर्तियां बांटने का लक्ष्य
HMDA पिछले नौ वर्षों से मिट्टी के गणेश बांट रहा है. इन मूर्तियों को मिट्टी के बर्तनों के पेशेवरों द्वारा बनाया जाता है और फिर इन्हें HMDA कर्मचारियों, गैर सरकारी संगठनों और कॉलोनी में मुफ्त में बांटता है. बता दें, 2019 में 40,000 और 2020 में 55,000 मिट्टी की मूर्तियां बांटी गई. इस साल भी, HMDA ने हैदराबाद को लोगों को 70,000 मिट्टी की मूर्तियां बांटने का लक्ष्य तय किया है. HMDA के अधिकारियों ने बताया कि चार सितंबर से अब तक 40 हजार मूर्तियां बांटी जा चुकी हैं.
HMDA ने किया 26 लाख का भुगतान
हैदराबाद, रंगारेड्डी और मेडचल, मलकाजगिरी जिलों (Hyderabad, Rangareddy and Medchal, Malkajgiri districts) में लगभग 250 पेशेवरों ने मिट्टी की मूर्तियां बनाई. इस वर्ष मूर्तियों के निर्माण में उच्च शिक्षित लोगों की भागीदारी भी रही है. कोरोना काल में सभी प्रकार के शिक्षण संस्थान व विश्वविद्यालय बंद होने से घर में रह रहे युवकों ने मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं बनायीं.