नई दिल्ली :यदि आप नई दिल्ली स्टेशन से यात्रा करते हैं, तो आपने सिर्फ दो प्रवेश द्वार देखे होंगे और उनके बारे में जानते होंगे. एक प्रवेश पहाड़गंज से है तो वहीं दूसरी एंट्री अजमेरी गेट से, लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर दो नहीं बल्कि तीन प्रवेश द्वार हैं. तीसरे प्रवेश द्वार को स्टेट एंट्री रोड के नाम से जानते हैं. इस प्रवेश का इस्तेमाल आम लोग तो नहीं करते हैं, लेकिन इसका इतिहास और वर्तमान दोनों ही खास हैं.
दरअसल, एक स्टेशन होने के बावजूद ब्रिटिश सरकार को दिल्ली में एक नए स्टेशन बनाने की ज़रूरत महसूस हुई थी. साल 1911 में दिल्ली ब्रिटिश सरकार की नई राजधानी बनी और इसी दौरान ईस्ट इंडिया रेलवे कंपनी ने सरकार के इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को चरणबद्ध तरीके से बनाए जाने की प्लानिंग हुई और साल 1924 में एक छोटे स्टेशन के रूप में यातायात के लिए खोल दिया गया.
बताया जाता है कि उसी दौरान स्टेट एंट्री रोड का निर्माण स्टेशन को कनॉट प्लेस से जोड़ने के लिए किया गया था. यहां वायसराय के उपयोग के लिए 180×20 माप का प्लेटफार्म बनाया गया, जहां उनका स्वागत हुआ. बाद में इसी स्टेट एंट्री रोड का इस्तेमाल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म से घोड़े मोटर गाड़ी व अन्य कार्यों के लिए किया जाता था.