नई दिल्ली : हर इंसानी चेहरा दूसरे से अलहदा होता है, यह तो हम सभी जानते हैं, लेकिन एक समय यह बात किसी को नहीं पता थी कि हर इंसान के एक जैसे दिखने वाले हाथों की उंगलियों की लकीरें भी अलग-अलग होती हैं. सर विलियम जेम्स हर्शेल ने सबसे पहले इस बात का पता लगाया और हस्ताक्षर की बजाय उंगलियों की छाप को पहचान का बेहतर माध्यम करार दिया. हर्शेल का जन्म 28 जुलाई को ही हुआ था.
हाथ से लिखे शब्दों की नकल तो कोई भी कर सकता है, लेकिन हर इनसान की उंगलियों की छाप एक दूसरे से अलग होती है और उसकी नकल कोई नहीं कर सकता. यही वजह है कि आज इसे पहचान के सबसे सशक्त माध्यम के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.
देश दुनिया के इतिहास में 28 जुलाई की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1586 : इंगलैंड से वापस लौटने पर सर थामस हेरिओट ने यूरोप को आलू के बारे में बताया.
1741 : कैप्टन बेरिंग ने माउंट सैंट एलियास, अलास्का की खोज की.
1742 : प्रशिया और आस्ट्रिया ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए.
1821 : पेरू ने स्पेन से स्वतंत्रता की घोषणा की.
1858 : सर विलियम जेम्स हर्शेल का जन्म, जिन्होंने फिंगर प्रिंट को पहचान का बेहतर जरिया बताया.
1866 : अमेरिका में मापने की मीट्रिक प्रणाली को वैधानिक मान्यता मिली.