नई दिल्ली: अंग्रेजाें के खिलाफ असहयोग आंदोलन के दौरान विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में जाना छोड़ दिया. वकीलों ने अदालत में जाने से मना कर दिया.
कई कस्बों और नगरों में श्रमिक हड़ताल पर चले गए. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 1921 में 396 हड़तालें हुई जिनमें छह लाख श्रमिक शामिल थे और इससे 70 लाख कार्यदिवसों का नुकसान हुआ.
शहरों से लेकर गांव देहात में इस आंदोलन का असर दिखाई देने लगा और सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद असहयोग आंदोलन से पहली बार अंग्रेजी राज की नींव हिल गई.
फ़रवरी 1922 में किसानों के एक समूह ने संयुक्त प्रांत के गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा पुरवा में एक पुलिस स्टेशन पर आक्रमण कर उसमें आग लगा दी. हिंसा की इस घटना के बाद गांधी जी ने यह आंदोलन तत्काल वापस ले लिया.
एक अगस्त की तारीख में दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का ब्याेरा
1831 : नए लंदन ब्रिज को यातायात के लिए खोल दिया गया.
1883 : ग्रेट ब्रिटेन में अंतर्देशीय डाक सेवा शुरू.
1914 : प्रथम विश्व युद्ध शुरू.
1916 : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष एनी बेसेंट ने होम रूल लीग की शुरुआत की.
1920 : महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन की शुरुआत की.