ऐतिहासिक झंडे जी मेले का आगाज. देहरादूनः प्रेम भाईचारे और सद्भावना का प्रतीक कहे जाने वाले श्री झंडा जी मेले की शुरुआत हो गई है. इस मौके पर श्री महंत देवेंद्र दास महाराज के निर्देशन में झंडा जी का आरोहण किया गया. इस दौरान भारी संख्या में देश विदेश से आए श्रद्धालु मौजूद रहे. इस पल को यादगार बनाने के लिए भारी संख्या में पहुंचे संगतो और श्रद्धालुओं से झंडा बाजार पूरी तरह से पैक रहा. गुरु राम राय दरबार साहिब में 90 फीट ऊंचे झंडे जी के आरोहण के साथ आज से मेला शुरू हो गया.
आज सुबह झंडे जी को संगतों ने जयकारों के बीच लकड़ी की कैंचियों के सहारे उतारा. जिसके बाद श्रद्धालुओं ने झंडे जी को दूध, दही, शहद आदि से स्नान कराकर उस पर गिलाफ चढ़ाया. गौर हो कि झंडे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण किया जाता है. जबकि, सबसे भीतर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं. इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है. मध्यभाग यानी बीच में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं. इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है.
गुरु भक्ति में संगत व श्री गुरु राम राय जी महाराज के जयकारों के बीच रविवार को शाम 4 बजकर 12 मिनट पर श्री झंडे जी का आरोहण किया गया. इस दौरान लाखों संगतों और देहरादून वासियों ने श्री झंडे जी के सम्मुख श्रद्धा के साथ शीश नवाए और हाथ जोड़े खड़े रहे. दर्शनी गिलाफ के चढ़ते ही श्री झंडा जी के आरोहण की प्रक्रिया प्रारंभ होती ही श्री गुरु राम राय महाराज के जयकारों की ध्वनि गूंजने लगी.
खास बात यह कि इस दौरान झंडे जी को जमीन पर नहीं रखा जाता और संगतें अपने हाथों पर श्री झंडे जी को थामे रहती है, दोपहर करें 12:30 बजे श्री झंडा जी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया गया. यह दृश्य देखते हुए संगतों और दून वासियों की श्रद्धा भाव से आंखों से आंसू छलक पड़े. इसी दौरान एक बाज ने श्री झंडा जी की परिक्रमा की. गौरतलब है कि झंडा जी के आरोहण के समय बाज के चमत्कारी उपस्थिति को भी गुरु राम राय जी महाराज की सूक्ष्म उपस्थिति के रूप में हर साल दर्ज किया जाता है.
इस मौके पर श्री देवेंद्र दास जी महाराज ने कहा गुरु राम राय महाराज जी का जन्मदिवस बड़े हर्षोल्लास, आस्था और भक्तिमय वातावरण में मनाया गया. इस मौके पर आस्था के सैलाब दरबार में उमड़ पड़ा है. उन्होंने कहा झंडा मेला प्रेम सद्भावना भाईचारा और एकता का प्रतीक है. उन्होंने कहा इसमें पूरे उत्तर भारत और विदेशों से संगतें आती है. उन्होंने कहा कि सब के जीवन में सुख शांति बनी रहे. जो भी अभाव है, वह दूर हों और किसी के जीवन में कष्ट कभी ना आए.
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जालंधर के संसार सिंह ने चढ़ाया दर्शनी गिलाफः वहीं, सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है. इनकी संख्या 1 (एक) होती है. इस बार पंजाब के जालंधर के संसार सिंह और उनके परिवार को दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्य मिला. आज दोपहर करीब 3 बजे के आस पास झंडे जी को चढ़ाया गया. जिसके दर्शनों के हजारों लोग साक्षी बनेंगे. वहीं, झंडे जी मेले के लिए श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है. पुलिस ने झंडे जी मेले के मद्देनजर ट्रैफिक को डायवर्ट किया है.