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हनुमान जन्मस्थान : टीटीडी के दावे को शोधकर्ताओं ने बचकाना बताया, जानिए प्रतिक्रिया - ttd on hanumana birth place

आंध्र प्रदेश के तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने कहा है कि आंध्र प्रदेश के तिरुमला पहाड़ी के पास अंजनाद्रि भगवान हनुमान की जन्मस्थली है. टीटीडी ने कहा कि यह स्थान मंदिर से उत्तर दिशा में करीब पांच किलोमीटर दूर जपाली तीर्थम में एक पहाड़ी है. टीटीडी की इस घोषणा के बाद कर्नाटक के कुछ लोगों ने नाराजगी जताई है. इन लोगों में कुछ शोधकर्ता भी शामिल हैं. जानिए क्यों है हनुमान के जन्मस्थान को लेकर मतभेद

किष्किंधा का उल्लेख
किष्किंधा का उल्लेख

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Published : Apr 22, 2021, 10:57 PM IST

बेंगलुरु :कर्नाटक के गंगावती में रहने वाले लोगों ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि आंध्र प्रदेश की संस्था टीटीडी ट्रस्ट ने रामनवमी पर अंजनेय की जन्मस्थली के रूप में आंजनेय तीर्थ की घोषणा की है. इतिहासकारों और शोधकर्ताओं ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि TTD का बयान असंगत और बचकाना है.

शोधकर्ता डॉ. शरन बसप्पा कोलपारा ने कहा टीटीडी द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में, केवल वेंकटेश्वर पुराण महात्मा में संदर्भों का जिक्र किया गया है. हालांकि, शिलालेख, इतिहास, महाकाव्य, लोक इतिहास और यहां तक ​​कि रामायण में कोप्पाला के किष्किंधा और अंजनाद्रि का जिक्र किया है.

कोलपारा का कहना है कि ऐसे संदर्भ मिलते हैं कि रामायण काल ​​में तिरुपति एक सुनसान क्षेत्र था. टीटीडी खुद कहता है कि वेंकटचला के 19 नाम हैं. हालांकि, अंजनाद्रि उसमें से केवल एक नाम है.

वरिष्ठ व्याख्याता पवन कुमारा ने कहा कि, रामायण में कर्नाटक के किष्किंधा, अंजनाद्री, मातंग पर्वत, वली किला के सभी ऐतिहासिक क्षेत्रों का संदर्भ हैं. केंद्र सरकार ने स्वयं स्वीकार किया है कि किष्किंधा कर्नाटक की अंजनाद्री है. ऐसे में टीटीडी को वह काम नहीं करना चाहिए जो, लाखों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाए.

हिंदू नेता, संतोष केलोजी ने कहा कि, तिरुमाला तिरुपति मंदिर प्रशासक बोर्ड के अध्यक्ष वाई वी सुब्बाराड्डी और आंध्र के सीएम जगन मोहन रेड्डी हिंदू आस्थाओं को बाधित कर रहे हैं. इससे पहले भी उन्होंने इस तरह के विवाद खड़े किए हैं. ऐसा माना जाता है कि हनुमान का जन्म कर्नाटक में हुआ था और यह कोप्पला अंतर्गत गंगावती के अंजनाद्री पर्वत में है. उन्होंने कहा कि टीटीडी का यह कहना उचित नहीं है कि अंजनाद्री तिरुमला में है.

संतोष कहते हैं कि अयोध्या राम जन्मभूमि की डिजाइन समिति के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास ने भी स्वीकार किया है कि कर्नाटक का अंजनाद्रि ही हनुमान का जन्म स्थान है.

बता दें कि प्राचीन भगवान वेंकेटेश्वर मंदिर का प्रबंधन संभालने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने बुधवार को घोषणा की कि भगवान हनुमान की जन्मस्थली अंजनाद्रि है. यह स्थान मंदिर से उत्तर दिशा में करीब पांच किलोमीटर दूर जपाली तीर्थम में एक पहाड़ी है.

यह भी पढ़ें- टीटीडी की घोषणा- आंध्र प्रदेश के इस स्थान पर हुआ भगवान हनुमान का जन्म

टीटीडी द्वारा राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्वालय के कुलपति प्रो. मुरलीधर शर्मा की अगुवाई में गठित की गयी विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों की एक समिति ने यहां तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित की उपस्थिति में रामनवमी के अवसर पर यह घोषणा की.

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