पटना :बिहार में गया जिले की पहचान गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल से है. यहां पर हिंदू-मुसलमान मिलकर होली पर्व का जश्न मनाते हैं. इस बार भी होली के अवसर पर गया जिले के निस्खा गांव में हिंदू-मुसलमान मिलकर अभी से रंगों का त्योहार मना रहे हैं. ग्रामीणों के अनुसार, होली के अवसर पर जब गांव में लोग गीत गाने के लिए इकट्ठा होते हैं, तो होली के पहले धार्मिक गीत गाए जाते हैं. इस गीत को गांव के मुस्लिम समुदाय के लोग भी बड़े उत्साह के साथ गाते हैं.
हिंदू-मुसलमान मिलकर मनाते हैं होली का जश्न ऐसा नहीं है कि यह इस गांव की कोई नई परंपरा है बल्कि दोनों समुदायों के बीच यह प्यार और भाईचारा दशकों से चला आ रहा है. कहा जाता है कि निस्खा गांव में हिंदुओं और मुसलमानों की आबादी बराबर है. यह गांव गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल पेश कर रहा है. गांव में हिंदू और मुसलमान दोनों एक साथ बैठकर होली गीत गाते हैं और रंगों से खेलते हैं.
हिंदू-मुसलमान मिलकर मनाते हैं होली का जश्न जब ईटीवी भारत की टीम निस्खा गांव में पहुंची तो हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक स्वर में कहा कि हम कभी राजनीति से प्रभावित नहीं हुए, इसलिए हम एक साथ हैं. गांव के निवासी तंजील-उर-रहमान खान का कहना है कि बचपन में उन्होंने अपने बड़ों से इंसानियत का पाठ सीखा था और उनका जीवन आपसी भाईचारे का था. इसलिए आज वह भी अपने बड़ों की शिक्षाओं पर अमल कर रहे हैं. वही सीख हम अपने बच्चों को दे रहे हैं.
गांव के विजय दास और लाल यादव ने बताया कि हम ईद और अन्य त्योहारों की खुशियां भी साथ में बांटते हैं. उन्होंने कहा कि हां, कुछ लोगों ने हमारी एकता तोड़ने की कोशिश की, लेकिन गांव के लोगों ने अपने प्यार से उनकी मंशा को नाकाम कर दिया.
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