दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

अलीगढ़ में यति नरसिंहानंद सरस्वती के बिगड़े बोल, कहा- हिंदू चार बेटे और एक बेटी पैदा करें

अलीगढ़ में यति नरसिंहानंद सरस्वती के बिगड़े बोल एक बार फिर सामने आये हैं. जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर और डासना मंदिर के अध्यक्ष यती नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि अगर आप मंदिर सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो ज्यादा बच्चे पैदा करें.

Yeti Narasimhanand Saraswati in Aligarh, said- Hindus should produce four sons and one daughter
अलीगढ़ में यति नरसिंहानंद सरस्वती के बिगड़े बोल, कहा- हिंदू चार बेटे और एक बेटी पैदा करें

By

Published : Jan 5, 2022, 4:52 AM IST

अलीगढ़: जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर और डासना मंदिर के अध्यक्ष यति नरसिंहानंद सरस्वती अलीगढ़ में नूरपुर इलाके में मंगलवार को पहुंचे. उन्होंने यहां हनुमान मंदिर का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि जो हमारे नेता हैं, वो खुलकर नहीं बोल पाते हैं. हम हिंदुस्तानी नहीं हैं, बल्कि हिंदू हैं. जो हिंदू बनकर जिंदा रहेगा, वह खुद को, परिवार को और धरती को बचाएगा और जो हिंदू नहीं बनेगा वो भले ही जैन, बौद्ध, सिख, दलित, ठाकुर, ब्राह्मण हो, इस्लाम का जेहाद सब को खत्म कर देगा.

अलीगढ़ में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि अगर आप चाहते हैं कि आपके मंदिर सुरक्षित रहें, तो ज्यादा बच्चे पैदा करें. हिंदुओं को एक बेटा और एक बेटी पैदा करने की बीमारी खा गई. यह बीमारी गांवों में भी पहुंच गई. उन्होंने कहा चाहे पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश या बिहार हो. मुसलमानों को छोड़कर सब की आबादी कम हो गई है.

सबके खेत-खलिहान खाली हैं. खेतों का क्या करोंगे. पहले अपने आप को बचाएं. दुनिया में जो अपने आप को बचाने लायक नहीं हैं. उसे बात करने का कोई हक नहीं है. हर घर में तीन या चार बेटे और एक बेटी जरूर होनी चाहिए, वरना भगवान भी अवतार लेकर के हिंदुओं को नहीं बचा पाएंगे.

अलीगढ़ में संबोधित करते यति नरसिंहानंद सरस्वती

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज मंगलवार को टप्पल के नूरपुर में हनुमान मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों की रक्षा के लिए बेटों का होना बहुत जरूरी है और जो हिंदू चार बच्चे पैदा नहीं करता है. वह नाग-नागिन के समान है. वह अपने बच्चों की हत्या होते स्वयं देखेगा.

ये भी पढ़ें- बरेली में कांग्रेस की मैराथन दौड़ के बीच हुई भगदड़, कई लड़कियां जख्मी

उन्होंने कहा कि यदि नूरपुर गांव में मुसलमान नहीं होते, तो इस गांव में भी शांति रहती. इस दौरान गांव वासियों के सामने इस्लाम के खात्मे की बात भी कही गई. उन्होंने कहा कि हम पर एफआईआर हो रही है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. चाहे हमें मार दो या हमारा कत्ल कर दो.

ABOUT THE AUTHOR

...view details