अहमदाबाद : गुजरात में जब चुनावी दौर चल रहा है, ऐन समय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हिमांशु व्यास ने पाला बदल लिया है. शनिवार को हिमांशु व्यास ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों बाद भाजपा की सदस्यता ले ली. चुनाव के समय में हिंमाशु व्यास का कांग्रेस छोड़ना देश की सबसे पुरानी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, गुजरात कांग्रेस सचिव हिमांशु व्यास ने पार्टी के प्रभारी पद से शनिवार को इस्तीफा दे दिया.
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद हिमांशु व्यास ने थामा भाजपा का दामन
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रभारी सचिव हिमांशु व्यास ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. वहीं, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद हिमांशु व्यास भाजपा में शामिल हो गए हैं.
उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इसके कुछ ही घंटों के बाद हिमांशु भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. सुरेंद्रनगर की वडवान सीट से दो बार चुनाव लड़ चुके हिमांशु व्यास को दोनों बार भाजपा प्रत्याशी ने हरा दिया था. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद हिमांशु व्यास ने पार्टी पर आरोप लगाया कि कांग्रेस में हमें अहमियत नहीं दी जाती और न ही हमारी बात सुनी जाती है.
उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में राहुल गांधी से काफी कम लोग मिल पाते हैं. उनसे मुलाकात करना मुश्किल काम है. कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद हिंमाशु व्यास ने गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में भगवा का दामन थामा. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि गुजरात में एक बार फिर भाजपा की ही सरकार बनेगी. आम आदमी पार्टी के आने से कांग्रेस नुकसान में है. इस दौरान हिमांशु व्यास ने यह भी कहा कि पूरे समर्पण के साथ कांग्रेस में काम करने के बाद भी मुझे महत्व नहीं मिला.