किन्नौर:देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी का बीते कुछ दिनों से स्वास्थ्य ठीक नहीं है. उनके कान में दर्द रहता है और आंखों की रोशनी भी कम हुई है. 105 साल के श्याम सरन नेगी को चलने में भी दिक्कत हो रही है. लेकिन चुनाव में वोटिंग को लेकर उनका जज्बा बरकरार है. बुधवार को मास्टर श्याम सरन नेगी ने फॉर्म 12 D के माध्यम से घर से ही मतदान किया. ये पहली बार है जब वो किसी चुनाव में पोलिंग बूथ पर नहीं जा पाए. प्रशासन की ओर से उनके मतदान के लिए कल्पा गांव में ही बंदोबस्त किया गया था. हिमाचल में 12 नवंबर को मतदान होना है लेकिन श्याम सरने नेगी ने 12 D फॉर्म के जरिये 10 दिन पहले ही वोट डाल दिया है. (Shyam Saran Negi casts his vote) (independent indias first voter) (Himachal Election 2022)
इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन रिटर्निंग अधिकारी शशांक गुप्ता व अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. देश के पहले मतदाता होने के कारण हर बार पोलिंग बूथ पर उनका रेड कार्पेट पर स्वागत होता है. इस बार नेगी भले पोलिंग बूथ ना जा पाए लेकिन प्रशासन की ओर से उनके घर पर ही ये बंदोबस्त किए गए थे. रेड कार्पेट बिछाकर और वाद्य यंत्रों की लोकधुनों पर उनका स्वागत किया गया. और फिर घर पर ही देश के प्रथम मतदाता का इस सभी प्रक्रिया के दौरान रेड कारपेट पर भव्य स्वागत भी किया गया. साल 1951 में पहली बार वोट डालने वाले श्याम सरन नेगी ने अब तक हर चुनाव में वोट दिया है और ये पहला मौका है जब वो घर से ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी के मतदान की प्रक्रिया के दौरान उनकी पोती ने उनका साथ दिया है और इस विधानसभा चुनावों के मतदान प्रक्रिया को पूरा किया है.
देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी ने कहा कि देश मे अंग्रेजों व राजाओं के राज से आजादी मिली और आज लोकतंत्र के इस महापर्व मे हर व्यक्ति को देश के विकास करने वाले व्यक्ति को चुनने की आजादी दी है और आज मैंने भी अपने मत का प्रयोग स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण घर से ही वोट किया है और लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है.