शिमला/चंबा: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में मनोहर नाम के युवक की हत्या और फिर शव के टुकड़े करने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. इस मामले पर बीजेपी और कांग्रेस भी आमने-सामने आ गई है. शुक्रवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल अन्य बीजेपी नेताओं के साथ चंबा के लिए निकले थे. बीजेपी नेता मृतक मनोहर के परिवार से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने सभी भाजपाईयों को रास्ते में ही रोक लिया.
वापस लौटे भाजपा नेता:बीजेपी नेताओं को पुलिस प्रशासन ने धारा 144 का हवाला देकर सलूणी नहीं जाने दिया. जिसके बाद बीजेपी नेता मौके पर ही धरने पर बैठ गए और सरकार, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और जय श्रीराम के नारे भी लगाए. दरअसल शुक्रवार को उग्र भीड़ ने मनोहर हत्याकांड के आरोपियों के घर जला दिए थे. जिसके बाद प्रशासन ने एहतियातन जिले में धारा 144 लगा दी. खासकर जिले के सलूणी उपमंडल में भारी पुलिसबल तैनात किया गया. सलूणी इलाके में ही मनोहर की हत्या हुई और फिर 9 जून की उसकी लाश बोरे में कई टुकड़ों में मिली थी. मुस्लिम समुदाय की लड़की से प्रेम संबंध इस हत्या की वजह बताई जा रही है. धारा 144 लागू होने के चलते ही बीजेपी नेताओं को प्रशासन ने वापस लौटा दिया.
जयराम ठाकुर ने की NIA जांच की मांग: पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने मामले की NIA से जांच कराने की मांग उठाई है. उन्होंने इस मामले के तार आतंकियों से जुड़े होने समेत हत्या आरोपी परिवार पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. जानकारी के मुताबिक आरोपी को भेड़ पालक बताया जा रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा नोटबंदी के दौरान आरोपी ने 95 लाख रुपये के पुराने नोट बदले थे. वहीं, उसके खाते में दो करोड़ रुपये हैं. जबकि आरोपी के पास आय का इतना बड़ा साधन नहीं है. आरोपी के पास सिर्फ तीन बीघा जमीन है, जबकि 100 बीघा पर कब्जा कर रखा है. साथ ही उन्होंने स्थानीय कांग्रेस नेताओं पर मामला दबाने का भी आरोप लगाया है.
मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी दिया बयान:जयराम ठाकुर की NIA से जांच पर हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा है कि अगर जयराम ठाकुर रिप्रेजेंटेशन देते हैं और विपक्ष चाहता है तो सरकार से बात करे, जांच पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि युवक की हत्या बेहद दुखद है और आरोपी परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. किसी भी तरह कि संलिप्तता सामने आई तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोपियों के घर जलाना उचित नहीं है और ना ही इस मामले को राजनीतिक रंग देना चाहिए. मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर शांति को भंग करके राजनीतिक रोटियां सेंकने का भी आरोप लगाया है.