शिमला: हिमाचल सरकार ने लोकतंत्र प्रहरी सम्मान कानून रद्द कर दिया है. हिमाचल प्रदेश लोकतंत्र प्रहरी सम्मान (निरसन) विधेयक, 2023 सोमवार को सदन में ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. इस कानून के निरस्त करने के विरोध में विपक्ष ने पहले सदन में जोरदार हंगामा किया और बाद में पूरा विपक्ष विरोध स्वरूप सदन से उठकर बाहर चला गया.
हिमाचल प्रदेश लोकतंत्र प्रहरी सम्मान कानून रद्द करने संबंधी विधेयक संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने सोमवार को सदन में पेश किया. विधेयक पर चर्चा का जवाब देते हुए हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने लोकतंत्र प्रहरी सम्मान के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया. उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने सम्मान राशि के नाम पर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाया. पूर्व सरकार ने लोकतंत्र प्रहरी सम्मान के नाम पर 3.43 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की.
संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान का कहना था कि देश में इमरजेंसी लागू करने के बाद प्रदेश में शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल की सरकार दो-दो बार सत्ता में रही, तब उन्हें लोकतंत्र प्रहरियों का ध्यान क्यों नहीं आया. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सरकारी धन के दुरुपयोग पर भाजपा को शर्म आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के दौरान लोगों को एहतियात के दौर पर रखा गया था किसी को जेल में सजा के तौर पर नहीं रखा गया.
क्या बोले नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर?:चर्चा में हिस्सा लेते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पिछली बार यह एक्ट लाया गया था, जिन्होंने लोकतंत्र की लड़ाई लड़ी है. उन्होंने कहा कि स्व. इंदिरा गांधी सत्ता नहीं छोड़ना चाहती थी इसलिए इमरजेंसी रात के अंधेरे में लगाई गई. जो इसके विरोध में थे उनको जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया. हजारों की संख्या में पूरे देशभर में जेल की सलाखों में डाल दिया गया.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि जिन लोगों ने जो सजाएं काटीं, उनको सम्मान देने के लिए कई राज्यों ने योजना चलाई. इनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल हैं. इसी तरह हिमाचल ने भी इस तरह के 80 से 85 लोगों को 20 हजार और 12 हजार प्रतिमाह सम्मान देने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इसके लिए एक्ट लाया, ताकि सभी इसका सम्मान करे. उन्होंने कहा कि जिन्होंने देश के लोकतंत्र के लिए जीवन का एक बड़ा समय दिया. उनका विरोध करने की जरूरत नहीं है.