अपनी 20 साल पुरानी कार से विधानसभा पहुंचे सीएम सुक्खू शिमला : मंगलवार को हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ. सत्ता पक्ष की बजट सत्र की तैयारी और विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी तैयारी की थी. लेकिन उससे पहले महफिल लूट ली हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने, जो अपनी 20 साल पुरानी ऑल्टो कार में विधानसभा पहुंच गए.
पहली बार भी इसी कार से आए थे विधानसभा- मुख्यमंत्री सुक्खू पहुंचे तो पूरे लाव लश्कर के साथ थे. लेकिन HP552627 नंबर की सफेद रंग की ऑल्टो कार जैसे ही विधानसभा के पास पहुंची और मुख्यमंत्री सुक्खू कार से निकले तो मीडिया के कैमरे कार के साथ सुक्खू की तस्वीरें खींचने लगे. दरअसल ये कार सीएम सुक्खू के लिए इसलिये भी खास है क्योंकि साल 2003 में जब सुक्खू पहली बार विधायक बने थे तो इसी कार से विधानसभा पहुंचे थे और आज 20 साल बाद वो सूबे के मुखिया के रूप में उसी विधानसभा पहुंचे थे.
सुक्खू को याद आया वो दौर- सुखविंदर सुक्खू भी इस कार में विधानसभा पहुंचकर पुराने दिनों को याद करने लगे. मीडिया से बातचीत के दौरान सीएम ने बताया कि विधायक रहते वो अपनी ऑल्टो कार से ही विधानसभा आते रहे हैं. आज जब बजट सत्र के लिए वो अपनी पुरानी कार से आए तो पुरानी यादें ताजा हो गईं. इस दौरान उनके साथ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और कांग्रेस विधायक रवि ठाकुर भी थे.
सियासत की पुरानी कार- नेता लाव लश्कर के साथ चलते हैं, जिसमें लाखों की चमचमाती गाड़ियां सड़क पर चलते हुए किसी का भी ध्यान खींचती हैं. मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रियों के साथ सुरक्षाकर्मियों से लेकर गाड़ियों की लंबी फौज होती है, जो हाल के दिनों में आम बात है. इसलिये अगर कोई मुख्यमंत्री अपनी पुरानी कार से विधानसभा या सचिवालय पहुंच जाता है तो खबर बनना लाजमी है. क्योंकि लाव लश्कर के इस दौर में पुरानी कार को सादगी का पैमाना मान लिया जाता है. इससे पहले अरविंद केजरीवाल अपनी नीली रंग की पुरानी वैगनआर कार को लेकर सुर्खियों में रहे हैं. धरना प्रदर्शन से लेकर पहली बार मुख्यमंत्र बनने तक ये कार उनकी पहचान रही. इसी तरह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी अपनी सफेद रंग की पुरानी मारुति 800 कार में कई बार नजर आती रही हैं.
सुखविंदर सुक्खू और सादगी- चौथी बार विधायक और पहली बार मुख्यमंत्री बने सुखविंदर सुक्खू भी अपनी सादगी को लेकर जाने जाते हैं. वो कभी मॉल रोड पर बिना सुरक्षा घेरे के टहलते नजर आ जाते हैं तो कभी बिना प्रोटोकॉल के सचिवालय से घर पैदल ही निकल पड़ते हैं.
ये भी पढ़ें:CM सुक्खू बोले- विपक्ष का विधायकों से जुड़े मसलों पर काम रोको प्रस्ताव लाना और वॉकआउट करना सही नहीं