दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

Himachal CM PC: 67 हजार पर्यटक घर रवाना, 5 दिन में 400 गुना ज्यादा बारिश ने मचाया तांडव, 8 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान

हिमाचल में बारिश से भारी तबाही हुई है. हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस आपदा से जुड़ी जानकारी दी. उन्होंने नुकसान के आंकलन के साथ-साथ केंद्र सरकार से मदद की मांग भी की है. पढ़ें, मुख्यमंत्री ने इस आपदा को लेकर क्या कहा है.

Himachal CM PC
हिमाचल के मुख्यमंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस

By

Published : Jul 14, 2023, 6:48 PM IST

हिमाचल के मुख्यमंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस

शिमला: हिमाचल में 3 दिन हुई लगातार बारिश के बाद मची तबाही को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जिसमें उन्होंने इस आपदा में हिमाचल को हुए नुकसान से लेकर पर्यटकों के रेस्क्यू की जानकारी दी है.

67 पर्यटकों को सुरक्षित घर भेजा- मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने बताया कि बीते 2 दिनों में कुल्लू मनाली से करीब 67 हजार पर्यटकों को सुरक्षित घर की ओर रवाना किया गया है. उन्होंने दावा किया है कि एक भी पर्यटक की मौत की सूचना नहीं मिली है. मनाली से पर्यटकों से भरी 12 हजार गाड़ियों को सुरक्षित भेजा गया है और अब तक कुल 75 हजार में से 67 हजार पर्यटक निकाले जा चुके हैं.

बारिश ने मचाया तांडव- मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार जुलाई के महीने में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है. जिसके कारण ये नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि इस बार 7 जुलाई से 11 जुलाई तक प्रदेश में 223 मिमी. बारिश हुई जो सामान्य से 436 गुना अधिक थी. वहीं एक से 9 जुलाई के बीच 150.66 मिमी. बारिश हुई जो सामान्य से 153 गुना अधिक थी. मुख्यमंत्री के मुताबिक इस बार पूरे प्रदेशभर में एक साथ सामान्य से अधिक बारिश हुई और एक साथ सभी जिलों में बारिश होने के कारण नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है.

जान और माल का भारी नुकसान- मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार बारिश ने प्रदेशभर में काफी तबाही मचाई है. जिससे करीब 4 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है लेकिन ये नुकसान सात से आठ हजार करोड़ तक पहुंच सकता है. प्रदेश भर में कई सड़कें और पेयजल योजनाएं बर्बाद हो चुकी हैं. जबकि कई इलाके अब भी अंधेरे में हैं, कुछ जगह लोगों को अब भी हेलीकॉप्टर के जरिये खाने-पीने या अन्य मदद पहुंचाई जा रही है. लैंडस्लाइड की वजह से करीब 800 सड़कें अब भी बंद हैं.

मुख्यमंत्री के मुताबिक इस बारिश में 40 पुल टूट गए हैं, चार दिन में 37 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 24 जून से शुरू हुए मानसून में अब तक 103 लोगों की मौत हुई है जबकि 16 लोग लापता हैं. कई लोगों के आशियानें, दुकानें, पशु, गौशालाएं, फसलें भी इस आपदा की भेंट चढ़ गए हैं.

केंद्र से मांगी मदद, हिमाचल आएगी केंद्रीय टीम- सुखविंदर सुक्खू ने बताया कि आज ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है और उन्होंने केंद्र से 2 हजार करोड़ की अंतरिम राहत मांगी है. इसके अलावा नितिन गडकरी से प्रदेश के नेशनल हाइवे को रिस्टोर करने के लिए मदद मांगी है. सीएम ने बताया कि केंद्र सरकार ने 188 करोड़ रुपये की राहत जारी की है लेकिन वो हर बार मिलती है. फिलहाल हिमाचल में जो आपदा आई है इसके लिए कोई आर्थिक मदद केंद्र ने नहीं दी है. इससे पहले भी सीएम सुक्खू इससे पहले भी पीएम पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मौजूदा हालात को लेकर चर्चा कर चुके हैं. मुख्यमंत्री ने बताया कि एक केंद्रीय टीम सोमवार को हिमाचल आएगी और बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेगी.

आपदा कोष 2023- मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस आपदा से निपटने के लिए सभी लोगों से सहयोग की अपील की है. उन्होंने बताया कि इसे लेकर एक आपदा कोष बना रहे हैं और राज्य सहकारी बैंक के साथ-साथ एचडीएफसी बैंक में इस कोष से संबंधित खाता खोला गया है. जिसमें सबसे पहले सरकार के मंत्री, कांग्रेस बीजेपी के सभी विधायक एक माह की सैलरी देंगे. इसके अलावा सभी आईएएस, एचएएस अधिकारियों ने भी एक दिन की सैलरी देने का ऐलान किया है.

राहत मैनुअल में होगा बदलाव- मुख्यमंत्री ने बताया है कि इस आपदा के बाद सरकार हिमाचल प्रदेश के राहत मैनुअल में बदलाव करेगी. जिसके तहत हिमाचल प्रदेश में फिलहाल फौरी राहत के लिए 30 हजार रुपये दिए जाते हैं, इस राशि को अब एक लाख किया जाएगा.

सीएम सुक्खू के मुताबिक अब तक इस आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने सभी 12 जिलों को कुल 263 करोड़ रुपये जारी किए हैं. जिनसे राहत और बचाव कार्य के अलावा फौरी राहत दी जा रही है. जबकि 1100 करोड़ रुपये सभी विभागों को जारी किए गए हैं. इनमें से 610 करोड़ रुपये पीडब्ल्यूडी, 218 करोड़ जल शक्ति विभाग और बाकी अन्य विभागों को दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें:Himachal Pradesh: हिमाचल में 793 सड़कें और 963 पेयजल परियोजनाएं बंद, 1764 मकानों पर टूटा बारिश का कहर

ABOUT THE AUTHOR

...view details