हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कुल्लू:जिला कुल्लू में विभिन्न जगह पर जो पर्यटक फंसे हुए थे. उन्हें रेस्क्यू करने का कार्य शुरू कर लिया गया है. अभी तक जिला कुल्लू के विभिन्न इलाकों से 30,000 पर्यटकों को सुरक्षित रेस्क्यू कर रवाना कर दिया गया है. वहीं, बुधवार शाम तक 80% सैलानियों को सुरक्षित अपने अपने घरों की ओर रवाना कर दिया जाएगा. ढालपुर में पत्रकारों को जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि कुल्लू, मनाली व कसोल से अभी तक 30 हजार पर्यटक सुरक्षित रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर भेज दिए हैं. उन्होंने कहा कि यह अभी तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन है. यह सिर्फ 50 फीसदी रेस्क्यू हुआ है और इससे ज्यादा पर्यटक अभी भी यहां फंसे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आज शाम तक 80 फीसदी पर्यटकों को बाहर भेज दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सड़क पानी व बिजली व्यवस्था को बहाल करने का प्रयत्न किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सैंज में भी बाढ़ के चलते करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. ऐसे में हेलीकॉप्टर के माध्यम से वहां पर राहत राशि भेज दी गई है. प्रशासन के अधिकारी भी सैंज पहुंच गए हैं और लोगों को खाने-पीने व बर्तन कंबल भी दिए जा रहे हैं. सीएम ने कहा कि प्रभावित परिवारों को एक-एक लाख रुपए की राहत राशि भी जारी कर दी गई है और जल्द ही सभी प्रभावित परिवारों को अस्थाई शिविरों में भी रखने की व्यवस्था की जाएगी.
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वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू अब चंद्रताल के लिए रवाना हो गए हैं. जहां 300 लोग बर्फ के बीच में फंसे हैं. सीएम यहां हवाई सर्वे कर स्थिति का जायजा लेंगें. उनके साथ बागबानी मंत्री जगत नेगी व सीपीएस. संजय अवस्थी भी रवाना हो गए हैं. वे इस दौरान मनाली का सर्वे भी करेंगें. मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल सरकार में मंत्री जगत नेगी व सीपीएस संजय अवस्थी आज चंद्रताल में फंसे 300 पर्यटकों के साथ रहेंगे और उनके साथ रात भी गुजारेंगे.
वहीं, प्रशासन की कोशिश है कि इन सभी पर्यटकों को आज लोसर पहुंचाया जाए. लिहाजा यह पर्यटक जहां भी होंगें मंत्री व सीपीएस वहीं उनके साथ रहेंगें. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री ने कुल्लू में मीडिया को दी. मंत्री जगत नेगी व सीपी एस संजय अवस्थी मुख्यमंत्री के साथ ही हेलिकॉप्टर में चंद्रताल गए और सीएम शाम के समय वापिस आएंगे, लेकिन सरकार के यह दोनों मंत्री वहीं रहेंगे. उधर, स्पीति घाटी में सड़क मार्ग से बर्फ हटाई जा रही है और उन तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है, जबकि मैसेंजर टीम चंद्रताल में फंसे लोगों तक पहुंच चुकी है.
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