मुंबई : बंबई उच्च न्यायालय ने भारत बायोटेक की सहयोगी कंपनी बायोवेट प्राइवेट लिमिटेड को कोवैक्सीन के उत्पादन के लिए पुणे में 12 हेक्टेयर के भूखंड पर पूर्ण रूप से परिचालन और उपयोग के लिए तैयार टीका निर्माण संयंत्र को अपने अधिकार में लेने की अनुमति दे दी है. भारत बायोटेक कोविड-19 का टीका कोवैक्सीन का उत्पादन कर रहा है.
न्यायमूर्ति के के तातेड़ और न्यायमूर्ति एन आर बोरकर की खंडपीठ ने छह मई को कर्नाटक के बायोवेट प्राइवेट लिमिटेड एक याचिका पर सुनवाई की थी. इस याचिका में महाराष्ट्र सरकार को पुणे के मंजरी खुर्द गांव में स्थित विनिर्माण इकाई का कब्जा सौंपने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था. इस निर्माण इकाई का उपयोग इंटरवेट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है, जो मर्क एंड कंपनी की एक बहुराष्ट्रीय और सहायक कंपनी है, जिसे 1973 में मुंहपका-खुरपा रोग (फुट एंड माउथ डिजीज) का टीका बनाने के लिए जमीन दी गई थी.
बायोवेट ने जब इसके स्थानांतरण के लिए सरकार की मंजूरी मांगी, तो उप वन संरक्षक (पुणे संभाग) ने बताया कि यह एक आरक्षित वन है और 1973 में दी गई प्रारंभिक मंजूरी भी सही नहीं थी. बायोवेट ने तब इसे उच्च न्यायालय में चुनौती दिया और एक अंतरिम आवेदन में सरकार को यह निर्देश देने का अनुरोध किया कि वह उसे मुंहपका-खुरपा रोग (फूट एंड माउथ डिजीज) के साथ-साथ कोवैक्सीन के निर्माण के लिए लाइसेंस और अनुमति दे.