नई दिल्ली:दिल्ली में नशे का अब तक का सबसे बड़ा जखीरा पकड़ा गया है. पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने हेरोइन की तस्करी करने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार (International Market) में इसकी कीमत करीब 2500 करोड़ रुपये आंकी गई है. हेरोइन की तस्करी के अपनी तरह के इस पहले मामले में स्पेशल सेल ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को शक है कि इस मामले के तार टेटर फंडिंग से भी जुड़े हो सकते हैं.
स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त नीरज ठाकुर ने बताया कि ड्रग्स तस्करी करने वाले विभिन्न नेटवर्क को लेकर टीम काम कर रही थी. ऐसे कई गैंग का बीते दिनों स्पेशल सेल ने पर्दाफाश भी किया है. वर्ष 2019 में ऐसे कई गैंग से 330 किलो हेरोइन स्पेशल सेल ने बरामद की थी. हाल ही में स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली कि अफगानिस्तान से ईरान होते हुए मुंबई, मध्य प्रदेश के रास्ते ड्रग्स दिल्ली लाई जा रही है.
इसे लेकर डीसीपी प्रमोद कुशवाहा की देखरेख में इंस्पेक्टर विनोद बडोला की टीम ने छानबीन शुरू कर दी. उन्हें पता चला कि कश्मीरी युवक रिजवान अहमद दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा में हेरोइन की सप्लाई कर रहा है. वह घिटोरनी इलाके में ड्रग्स देने आएगा. पुलिस टीम ने उसे एक किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार कर लिया.
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फरीदाबाद से जुड़े हैं तस्करी के तार
आरोपियों ने खुलासा किया कि वह अफगानी नागरिक ईशा खान के लिए काम करता है. फिलहाल वह अफगानिस्तान में है. उसने यह हेरोइन पंजाब निवासी गुरप्रीत सिंह और गुरजोत सिंह को पहुंचाने के लिए दी थी. वह फरीदाबाद की एक बड़ी सोसायटी से ड्रग्स रैकेट चला रहे हैं. स्पेशल सेल ने वहां छापा मारकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पार्किंग में खड़ी उनकी दो गाड़ियों एवं किराये के इस कमरे से 351 किलो हेरोइन बरामद हुई. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह पुर्तगाल में छिपे नवप्रीत सिंह उर्फ नव के लिए काम करते हैं. नवप्रीत से उनकी मुलाकात कपूरथला जेल में हुई थी. रिजवान के इशारे पर गुरुग्राम से अफगानी नागरिक हजरत अली को गिरफ्तार किया. उसके पास से दो किलो हेरोइन बरामद हुई. उसकी निशानदेही पर 100 किलो केमिकल भी बरामद हुआ.
गिरोह में केमिकल एक्सपर्ट है शामिल
पूछताछ के दौरान, पुलिस को पता चला कि आरोपी रिजवान का काम इस गैंग के लिए केमिकल का प्रबंध करना था, जिससे हेरोइन तैयार होती थी. हजरत अली केमिकल से हेरोइन तैयार करने का एक्सपर्ट है. वह हेरोइन के लिए केमिकल उपलब्ध करवाने की एवज में रुपये के अलावा रिजवान को हेरोइन भी देता था. इसके अलावा अन्य दोनों आरोपियों का काम हेरोइन को दिल्ली-एनसीआर के अलावा पंजाब और हरियाणा तक पहुंचाना था.
पुलिस को पता चला कि यह पूरा नेटवर्क अफगानिस्तान एवं यूरोप में बैठे कुछ तस्कर चला रहे थे. उनके बारे में भी संबंधित एजेंसियों से जानकारी सांझा की जा रही है.बताया कि इस मामले में टेरर फंडिंग को लेकर भी जांच की जा रही है. स्पेशल सेल को कुछ ऐसे इनपुट मिले हैं कि पाकिस्तान के रास्ते भी ड्रग्स को भारत भेजा जा रहा था. इस वजह से यह जांच की जा रही है कि बरामद ड्रग्स से होने वाली कमाई का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में तो नहीं हो रहा था.