चमोली:फूलों की घाटी के मुख्य पड़ाव घांघरिया मुख्य बाजार के ठीक सामने पहाड़ी टूट कर नीचे लक्ष्मण गंगा में जा गिरा है. पहले तो धीरे-धीरे पहाड़ से पत्थर गिरने की आवाज सुनाई दी. उसके बाद अचानक ही पहाड़ का आधा हिस्सा टूटकर नीचे की तरफ आने लगा. घांघरिया में मौजूद लोगों ने पहाड़ टूटकर गिरने की तस्वीर को अपने कैमरे में कैद कर लिया. हालांकि पहाड़ टूटने से किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है. वहीं भारी बारिश को लेकर जारी रेड अलर्ट के बाद हेमकुंड साहिब की यात्रा कल के लिए स्थगित कर दी गई है और श्रद्धालुओं को यथास्थिति में रोकने के निर्देश जारी किए हैं. भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने 1400 यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है.
फूलों की घाटी मार्ग पर फंसे पर्यटकः दूसरी तरफ जिले में भारी बारिश होने के कारण नदी नाले उफान पर आ गए. वहीं, फूलों की घाटी के मार्ग पर पड़ने वाले अस्थाई पुल नाले के ऊफान में आने के कारण बह गए. इससे फूलों की घाटी की सैर करने गए 140 पर्यटक फंस गए. वहीं, सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, वन विभाग और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और पर्यटकों का रेस्क्यू किया.
बुधवार दोपहर करीब 2 बजे चमोली जिले के घांघरिया में लैंडस्लाइड की सूचना मिली. लैंडस्लाइड आबादी के क्षेत्र में नहीं हुआ है. हेमकुंड साहिब जाने वाले यात्रियों को रोका गया है. लगातार नदियों के जलस्तर की मॉनिटरिंग की जा रही है. गोविंदघाट हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड धाम जाने वाले रास्ते में कोई दिक्कत नहीं है. रास्ते के दूसरी तरफ यह घटना हुई है.
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वहीं, इसके अलावा डीआईजी एसडीआरएफ ने बताया कि हेवी रेनफॉल को देखते हुए डाउनस्ट्रीम में लगातार नदियों का जलस्तर को भी वॉच किया जा रहा है. हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. बता दें कि उत्तराखंड में मौसम विभाग ने रेड जारी किया है. जिसके बाद से आपदा प्रबंधन विभाग एक्शन में है.
जानकारी देतीं डीआईजी एसडीआरएफ. उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने हालात को देखते हुए यात्रा मार्गों के साथ ही अन्य 400 जगहों पर जेसीबी मशीनें लगाई हैं. इसके साथ ही प्रदेश में पांच जगहों पर एनडीआरएफ की तैनाती भी की गई है. प्रदेश में 9 जनपदों में स्कूलों को एहतियात के तौर पर बंद किया गया है.