दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

गुजरात के सौराष्ट्र में हुई भारी बारिश, चक्रवाती तूफान की आशंका बरकरार - Low pressure area moves to Gulf of Kutch

गुजरात के आपात अभियान केंद्र ने बताया कि चक्रवात गुलाब के कारण पिछले 24 घंटों में जूनागढ़, अमरेली, द्वारका, जामनगर और राजकोट जिलों में भारी बारिश हुई. मौसम विभाग के मुताबिक, तटीय जिलों जामनगर, पोरबंदर, द्वारका और कच्छ में अगले दो दिनों में भारी बारिश होने की उम्मीद है.

सौराष्ट्र में भारी बारिश
सौराष्ट्र में भारी बारिश

By

Published : Oct 1, 2021, 6:45 AM IST

अहमदाबाद : चक्रवात गुलाब के असर के कारण पिछले 24 घंटों में गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में भारी बारिश हुई. वहीं, मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है.

राज्य के आपात अभियान केंद्र ने बताया कि मौजूदा मौसम के कारण पिछले 24 घंटों में जूनागढ़, अमरेली, द्वारका, जामनगर और राजकोट जिलों में भारी बारिश हुई.

आपात अभियान केंद्र के मुताबिक, गुरुवार सुबह छह बजे तक बीते 24 घंटों के दौरान जूनागढ़ जिले के विसवादार तालुक में 292 मिलीमीटर, अमरेली जिले के लिल्या में 141 मिमी जबकि द्वारका में खम्भालिया और कल्याणपुर में क्रमश: 140 मिमी और 135 मिमी बारिश दर्ज की गई.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, चक्रवात गुलाब का शेष हिस्सा निम्न वायु दाब के क्षेत्र में बदल गया है और कच्छ की खाड़ी की ओर बढ़ गया है तथा उसके अरब सागर में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है.

मौसम विभाग ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि दक्षिण गुजरात क्षेत्र और उससे लगी खंभात की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ गया और कच्छ की खाड़ी की ओर गया. यह स्थान देवभूमि द्वारका (गुजरात) से 50 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व, नलिया (कच्छ) से 90 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व और कराची (पाकिस्तान) से 340 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में है.

मौसम विभाग ने बताया कि इसके अगले 12 घंटों के दौरान उत्तरी गुजरात तट पर पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तरपूर्व अरब सागर में गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है.

यह भी पढ़ें-'गुलाब' के बाद अब अरब सागर में बन रहा चक्रवाती तूफान 'शाहीन'

मौसम विभाग के मुताबिक, तटीय जिलों जामनगर, पोरबंदर, द्वारका और कच्छ में अगले दो दिनों में भारी बारिश होने की उम्मीद है. मछुआरों को समुद्र में न जाने को कहा गया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details