तमिलनाडु : दक्षिणी जिलों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त,श्रीवैकुंटम स्टेशन और स्कूल में सभी फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकाला
मौसम विभाग ने आज भी तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में बारिश की संभावना जताई है. राज्य के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. इससे प्रभावित इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है. वहीं श्रीवैकुंटम स्टेशन और स्कूल से सभी फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. tamilnadu weather forecast
तमिलनाडु के दक्षिणी जिले में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
चेन्नई:तमिलनाडु के कई जिलों में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. मौसम विभाग ने कई जिलों में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं कुछ जिलों में पिछले दो दिनों से हो बारिश के चलते इलाके में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. सड़कों पर भारी जल भराव है. ट्रेन सेवा भी बाधित हो गई.
मौसम विभाग ने तमिलनाडु के कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम गरज और बिजली गिरने के साथ मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है. अगले तीन घंटों में तमिलनाडु के कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है.
तमिलनाडु के दक्षिणी जिले में भारी बारिश से रेल परिचालन पर असर पड़ा. दक्षिण रेलवे श्रीवकुंतम रेलवे स्टेशन पर यातायात बहाल करने और फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए ठोस प्रयास कर रहा है. एनडीआरएफ पीआरओ के अनुसार बाढ़ में फंसे लोगों की मदद कर रहे बचाव दल तक पहुंचने के लिए एनडीआरएफ की 2 टीम संघर्ष कर रही है. एनडीआरएफ उन तक पहुंचने के प्रयास कर रहा है और आवश्यक कार्रवाई करेगा. भारी बारिश के कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ से जीवन और संपत्ति पर असर पड़ा.
तमिलनाडु में बारिश: आईएमडी ने 4 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया. चेन्नई के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एस बालाचंद्रन ने सोमवार को कहा, 'अगले 24 घंटों के लिए, तेनकासी, थूथुकुडी, तिरुवनेली और कन्याकुमारी जिलों के लिए 'रेड' अलर्ट जारी रहेगा. तमिलनाडु सरकार ने भारी बारिश के कारण सोमवार को तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी और तेनकासी जिलों में सभी स्कूलों, कॉलेजों, निजी संस्थानों, बैंकों और वित्तीय संस्थानों में छुट्टी की घोषणा की.
थूथुकुडी जिले में रात में भारी बारिश हुई. कोविलपट्टी क्षेत्र में 40 झीलें पूरी क्षमता तक पहुंच गई हैं. आईएमडी के पूर्वानुमानों के अनुसार, कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली और थूथुकुडी में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश होने की उम्मीद है. थूथुकुडी जिले के कोविलपट्टी, एट्टायपुरम, विलाथिकुलम, कलुगुमलाई, कायथर, कदम्बुर, वेम्बार, सुरंगुडी और अन्य इलाकों में बारिश हुई.
इस भारी बारिश के कारण कोविलपट्टी के आसपास की नदियाँ और झीलें अपनी पूरी क्षमता पर पहुँच गईं और झीलों से पानी बहते देखा गया. इस बीच, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को कहा कि उन्होंने बारिश प्रभावित जिलों के पार्टी कार्यकर्ताओं को चल रहे राहत कार्यों में सहायता करने का निर्देश दिया है.
बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
राहत-बचाव अभियान जारी:दक्षिणी तमिलनाडु में लगातार बारिश और भीषण बाढ़ के मद्देनजर, श्रीवैकुंटम में फंसे लगभग 800 यात्रियों की सहायता के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान जारी है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के नेतृत्व और भारतीय सेना, वायु सेना, रेलवे अधिकारियों और स्थानीय एजेंसियों द्वारा समर्थित यह ऑपरेशन प्रभावित लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रहा है. सोमवार तड़के से परेशान यात्रियों को श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के डिब्बों में पूरी रात गुजारनी पड़ी. प्रारंभिक रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि 300 व्यक्तियों को पास के एक स्कूल में आश्रय मिला, जबकि बाकी रेलवे स्टेशन पर ही रहे. दक्षिणी तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों में वर्षा में कमी के बावजूद, भारी बाढ़ बनी हुई है, जिससे क्षेत्र में सामान्य स्थिति बाधित हो रही है.
रेल यात्रियों को भोजन वितरित किया गया : श्रीवैकुंटम स्टेशन में यात्रियों को रेलवे कर्मचारियों द्वारा लाई गई खाद्य सामग्री और हवाई मार्ग से गिराया गया भोजन वितरित किया गया है. रेलवे कर्मचारियों की सहायता से लगभग 100 यात्री श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन से निकाले गए हैं. उनके साथ एनडीआरएफ की टीम भी है. उन्हें स्टेशन से वेलूर (तूतीकोरिन जिला) तक लगभग 3 किलोमीटर तक पानी से गुजरना पड़ता है. वहीं बसों को वेलूर में तैयार रखा गया है और उन्हें वांची मनियाची स्टेशन ले जाया जाएगा जहां से एक विशेष ट्रेन सभी यात्रियों को चेन्नई ले जाएगी. वहीं दक्षिण रेलवे ने एनडीआरएफ, राज्य अग्निशमन सेवा और वायु सेना के समन्वय से श्रीवैकुंटम स्टेशन और स्कूल से सभी फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकाला, रेलवे की आरपीएफ और वाणिज्यिक अधिकारियों की बचाव टीम प्रतिकूल मौसम और सड़क की स्थिति का सामना करते हुए सबसे पहले श्रीवैकुंटम पहुंची,
बता दें कि तिरुनेलवेली और तूतीकोरिन जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के बाद ट्रेन यातायात बाधित हो गया क्योंकि कुछ खंडों पर ट्रैक पैरामीटर टूट गए हैं. इस वजह से ट्रेन नंबर 20606 एक्सप्रेस (तिरुचेंदुर-चेन्नई एग्मोर) के लगभग 800 यात्री श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन और पास के स्कूल में फंसे रहे क्योंकि आगे ट्रैक की असुरक्षित स्थिति के कारण ट्रेन को स्टेशन पर ही रोक दिया गया.वहीं राज्य पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से स्कूल में जहां 300 फंसे हुए यात्रियों को ठहराया गया था, और श्रीवैकुंटम स्टेशन पर जहां 500 यात्री ट्रेन में ठहरे हुए थे, भोजन और पानी की व्यवस्था की गई थी. रेलवे टीम के पहुंचने के बाद एनडीआरएफ भी करीब 30 घंटे की मशक्कत के बाद स्टेशन पहुंची। वे तुरंत रेलवे सुरक्षा बल और तमिलनाडु अग्निशमन एवं बचाव सेवाओं के साथ निकासी प्रक्रिया में जुट गए. मंगलवार को सभी 509 यात्रियों को निकाल लिया गया और उन बसों में ले जाया गया.