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Watch Weather Update: बाढ़ प्रभावित राज्यों में कम होगी बारिश, जानें बारिश पर IMD का अनुमान

अगले चार दिनों के अनुमान में कहा गया है कि इस दौरान मैदानी इलाके, मध्य भारत और प्रायद्वीपीय भारत में वर्षा की गतिविधि रहेगी. मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार तक सामान्य और 15 से 16 के दौरान सामान्य से कम और उसके बाद सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है.

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Published : Jul 13, 2023, 9:40 AM IST

Updated : Jul 13, 2023, 11:56 AM IST

एनडीआरएफ की टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों में मदद के लिए पहुंची.

नई दिल्ली : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, आज पूर्वोत्तर भारत और सिक्किम तथा बिहार में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके साथ ही उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम मध्य प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा की गतिविधि जारी रहने की संभावना है. आईएमडी ने कल से इन इलाकों में बारिश में कमी आने की संभावना व्यक्त की है. विभाग के मुताबिक, उत्तर पश्चिम भारत में वर्षा की गतिविधि में कमी आई है. हालांकि, अभी वर्षा से बहुत राहत मिलने की संभावना नहीं जताई गई है.

मैप से समझें 13 जुलाई को देश भर में बारिश का अनुमान.

मौसम संबंधी महत्वपूर्ण गतिविधियां :अगले चार दिनों के दौरान महत्वपूर्ण मौसम संबंधी गतिविधियों का उल्लेख करते हुए मौसम विभाग ने बताया कि औसत समुद्र तल पर मानसून गर्त का पश्चिमी छोर अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में और पूर्वी छोर इसके उत्तर में स्थित है. एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिणी उत्तर प्रदेश के मध्य भागों और निचले क्षोभमंडल स्तर पर आसपास के क्षेत्रों पर स्थित है.

मैप से समझें 14 जुलाई को देश भर में बारिश का अनुमान.

एक पश्चिमी विक्षोभ एक ट्रफ के रूप में मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तर पर कश्मीर और लद्दाख पर स्थित है. जिससे यहां बारिश की स्थिति बन रही है. एक चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर पर पश्चिम मध्य और निकटवर्ती पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी पर स्थित है. जो इन इलाकों में भारी बारिश का कारण बन सकता है. आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक 16 जुलाई के आसपास बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है.

मैप से समझें 15 जुलाई को देश भर में बारिश का अनुमान.

विभिन्न राज्यों के लिए मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी
उत्तर पश्चिम भारत : आज उत्तर पश्चिम भारत के उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम रूप में काफी व्यापक से व्यापक वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है. कल से इन इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. आज (13 जुलाई) से लेकर 16 जुलाई के दौरान पूर्वी राजस्थान में और 15 और 16 जुलाई को हिमाचल प्रदेश में भी बारिश होने की संभावना है.

मैप से समझें 16 जुलाई को देश भर में बारिश का अनुमान.
पूर्वी और निकटवर्ती पूर्वोत्तर भारत: उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, असम और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, झारखंड और बिहार में आज भारी वर्षा होने की संभावना है. कहीं-कहीं भारी से बहुत अधिक के साथ व्यापक रूप से हल्की या मध्यम वर्षा होने की उम्मीद है. मौसम विभाग के मुताबिक 14 और 15 जुलाई को झारखंड के अलग-अलग इलाकों में भी बारिश की संभावना है.

मध्य भारत : अगले चार दिनों के दौरान मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के विदर्भ में हल्की या मध्यम रूप से व्यापक वर्षा के साथ इस क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. खासतौर से आज पश्चिमी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.

पश्चिम भारत : कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम व्यापक वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, अगले चार दिनों के दौरान सौराष्ट्र, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों और गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग भारी वर्षा होने की संभावना है.

दक्षिण भारत : आज और कल यानी 13 और 14 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, रायलसीमा में भी बारिश की संभावना जताई गई है.

पंजाब में बाढ़ और बारिश से 10 से अधिक लोगों की मौत : पंजाब इन दिनों बाढ़ से जूझ रहा है. पंजाब के कई शहरों में पानी भर गया है. लोगों के घर तबाह हो गये हैं. इस बीच 10 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. कुछ इलाके ऐसे हैं जहां अभी भी सतलुज का जलस्तर बढ़ रहा है. इससे हालत और खराब हो रहे हैं. जलालाबाद में सड़कें जलमग्न हो गई हैं. इससे कुछ गांवों का संपर्क जिले से टूट गया है. करीब 20 गांवों की 250 एकड़ से ज्यादा फसल पानी में डूब गई है. भारत-पाक सीमा पर लगी कंटीली तारें भी पानी में डूब गई हैं.

पाकिस्तान ने अपने 10 में से 6 गेट खोल दिए हैं. पटियाला में भी 70 से ज्यादा गांवों और शहर की 15 से ज्यादा कॉलोनियों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं. बाढ़ में बहे तीन लोगों के शव भी बरामद किये गये हैं. संगरूर खानूरी और मुनक इलाके से गुजरने वाली घग्गर नदी का जलस्तर खतरे के निशान 750 से 1.3 फीट ऊपर पहुंच गया है.

पीआरटीसी की एक बस के लापता होने से बढ़ी चिंता: पंजाब रोड ट्रांसपोर्ट कॉपोरेशन (पीआरटीसी) बस के लापता होने से चिंता बढ़ गई है. दरअसल पीआरटीसी चंडीगढ़ डिपो की बस नंबर पीबी 65 बीबी 4893 मनाली रोड से निकली थी. लेकिन ये बस कभी मनाली नहीं पहुंची. न ही बस के बारे में कोई जानकारी मिल रही है, जबकि बस के ड्राइवर और कंडक्टर दोनों के फोन नंबर भी बंद हैं. हालात को देखते हुए पीआरटीसी कर्मचारियों ने लोगों से बस की तस्वीर शेयर करने की अपील की है.

उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में राहत कार्यों में आयी तेजी :कई दिनों तक भारी बारिश का दौर झेलने के बाद उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम में सुधार हुआ है. जिसके बाद अधिकारियों ने फंसे हुए पर्यटकों को निकालने, मुख्य मार्गों पर यातायात परिचालन बहाल करने और नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से रोकने के लिए बुधवार को युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया.

कसोल में फंसे कम से कम दो हजार पर्यटकों को निकाला गया:आधिकारिक आंकड़े के मुताबिक, बुधवार रात आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटे के दौरान उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि पंजाब और हरियाणा में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है. हिमाचल प्रदेश सरकार ने कहा कि राज्य के कसोल में फंसे कम से कम दो हजार पर्यटकों को निकाल लिया गया. भूस्खलन व बाढ़ की वजह से लाहौल में फंसे 300 से ज्यादा पर्यटक वाहन अपने-अपने गंतव्य स्थानों की ओर रवाना हो चुके हैं.

शिमला में 1100 से ज्यादा सड़क मार्ग हो गये थे बंद.

यमुना का जलस्तर बुधवार को 207.83 मीटर के स्तर तक पहुंचा :सरकारी एजेंसियों के मुताबिक, दिल्ली में यमुना का जलस्तर बुधवार को 207.83 मीटर के स्तर तक पहुंच गया. इस तरह से 1978 का 207.49 मीटर का रिकार्ड टूट गया. दिल्ली में पिछले तीन दिनों में यमुना का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ा है. यमुना का जलस्तर रविवार पूर्वाह्न ग्यारह बजे 203.14 मीटर था, जो सोमवार शाम पांच बजे तक बढ़कर 205.4 मीटर हो गया.

सीआरपीसी की धारा 144 लागू : यमुना का जलस्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को उम्मीद से 18 घंटे पहले ही पार कर गया. दिल्ली पुलिस ने बाढ़ संभावित इलाकों में चार और उससे ज्यादा लोगों के जमा होने और लोगों के समूह में आवागमन को रोकने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है.

कुल्लू-मनाली सड़क खुली, 2,200 फंसे हुए वाहन कुल्लू से निकले :हिमाचल प्रदेश में मंगलवार शाम को कुल्लू-मनाली सड़क खुलने के बाद लगभग 2,200 फंसे हुए वाहन कुल्लू पार कर गए. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक ट्वीट में कहा कि कसोल में फंसे 2,000 से अधिक लोगों को सफलतापूर्वक निकाल लिया गया है. उन्होंने बताया कि कसोल-भुंतर सड़क पर डूंखरा भूस्खलन को साफ करने के लिए टीमें अथक प्रयास कर रही हैं. लाहौल में फंसे 300 से अधिक पर्यटक वाहन भी अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए हैं. सुक्खू ने लाहौल और स्पीति के चंद्रताल में फंसे पर्यटकों को निकालने को एक 'चुनौतीपूर्ण कार्य' बताया.

लाहौल और स्पीति से निकाले गये पर्यटक :शनिवार से लाहौल और स्पीति जिले के चंद्रताल में फंसे लगभग 300 लोगों, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, को मंगलवार को हवाई मार्ग से भुंतर ले जाया गया. अधिकारियों के अनुसार, कुल 873 सड़कें अभी भी वाहनों के आवागमन के लिए अवरुद्ध हैं. स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश हुई.

हिमाचल में शनिवार और रविवार के लिए येलो अलर्ट :मौसम कार्यालय ने राज्य में 15 और 16 जुलाई को भारी बारिश, गरज चमक के साथ बौछारे पड़ने और बिजली गिरने का 'येलो अलर्ट' जारी किया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में लगातार बारिश के बीच लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की.

उत्तर प्रदेश राहत आयुक्त की ओर से बुधवार रात 8 बजे जारी एक बयान के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई. बयान में कहा गया है कि इनमें से नौ लोगों की मौत डूबने से और एक-एक की मौत बिजली गिरने, सांप के काटने और 'भारी बारिश' के कारण हुई.

हरियाणा के अंबाला में करंट लगने से मौत :हरियाणा में पुलिस ने कहा कि राज्य में, अंबाला छावनी की एक आवासीय कॉलोनी में पानी से भरी सड़क से गुजरते समय एक व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई. बुधवार को अंबाला शहर में तीन शव पानी में तैरते मिले. हरियाणा में अंबाला जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां शनिवार और सोमवार के बीच भारी बारिश हुई. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों के परिजनों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.

हरियाणा के पूर्व सीएम ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया.

एनडीआरएफ की टीमों ने शुरू किया राहत बचाव कार्य :उन्होंने कहा कि उन गरीबों और अन्य लोगों को भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी जिनके घर बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं. लगातार बारिश के कारण कई जिलों में घरों में पानी भर गया और फसलों और सब्जियों को भारी नुकसान हुआ. यमुना में जलस्तर में वृद्धि के कारण करनाल जिले के बड़े पैमाने पर खेत में पानी भर गया है. अधिकारियों ने कहा कि पंजाब में, सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने बुधवार को सुल्तानपुर लोधी शहर में बाढ़ प्रभावित मांड इलाके से 223 से अधिक लोगों को निकाला.

अंबाला में रेल सेवा हुई प्रभावित

उन्होंने बताया कि अब तक पटियाला, रूपनगर, मोगा, लुधियाना, मोहाली, एसबीएस नगर और फतेहगढ़ साहिब जिलों से हजारों लोगों को निकाला गया है. सरकारी आंकड़े के मुताबिक, हरियाणा और पंजाब में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण मरने वालों की संख्या 18 है. अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, पटियाला, रूपनगर, जालंधर, एसबीएस नगर और मोहाली दोनों राज्यों के कुछ प्रभावित जिले हैं.

(इनपुट पीटीआई)

Last Updated : Jul 13, 2023, 11:56 AM IST

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