अलीगढ़/मेरठ/गोरखपुर(ईटीवी भारत डेस्क): यूपी के कई शहरों में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. जलभराव के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई जिलों के हालात बारिश से बेहद खराब हो चुके हैं.
अलीगढ़ में दिखा बारिश का कहर
अलीगढ़के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के जेएन मेडिकल कॉलेज JN Medical College)के वार्डों में पानी भर जाने से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें इलाज के लिए समय से दवाई भी नहीं मिल रही हैं. पानी के अंदर मरीज बेड पर पड़े हैं. वहीं, तीमारदार भी वार्ड में पानी भर जाने से परेशान हैं. मेडिकल प्रशासन पानी को निकालने का कोई इंतजाम नहीं कर रहा है.
अलीगढ़ में दिखा भारी बारिश का कहर बता दें कि लगातार हो रही बारिश से शहर के अधिकांश इलाकों में पानी भर गया है, जिसके कारण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. रामघाट रोड इलाके में रविवार को यहां सवारी लेकर जा रहा एक ई-रिक्शा असंतुलित होकर पानी में पलट गया, जिसका वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. स्मार्ट सिटी के कई इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति भी ठप होने से लोग परेशान हैं. लोगों का घर से निकलना भी दूभर हो गया है.
सड़कों पर जलभराव (water logging on roads) के कारण गड्ढों का पता न चलने की वजह से कई स्थानों पर वाहन चालक घायल हुए हैं. वहीं, अकराबाद थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे पर भारी बारिश के चलते अज्ञात वाहन ने एक महिला को टक्कर मार दी, जिससे महिला की मौके पर मौत हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
शहर में तीन दिनों से लगातार हो रही बरसात से लगभग 12 से अधिक मकान गिर चुके हैं, जिससे अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और पांच पशुओं की मौत हुई है. जिले में हो रही भारी बारिश के चलते अब तक नरेश पुत्र लालाराम ग्राम नोहटा तहसील कोल और लालाराम(55) पुत्र नारायण सिंह ग्राम गदाखेड़ा थाना इगलास की मौत हो गई है.
लगातार हो रही बारिश की वजह से डीएम इंद्रविक्रम सिंह ने 10 से 11 अक्टूबर तक कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी व गैर सरकारी सभी स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं. जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर नागरिकों से सतर्क रहने और प्रशासन से सहयोग की अपील की है.
मेरठ में बारिश बनी आफत, नाले में डूबी कार
पश्चिम उत्तर प्रदेश में पिछले 48 घंटे से लगातार बारिश हो रही है. जिले के मोहनपुरी इलाके में रविवार को नाले में एक चलती कार डूब गई. स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद कार के ड्राइवर को नाले से बाहर निकाला. वहीं, लापरवाह नगर निगम के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और जमकर नारेबाजी की गई.
कार चालक ने बताया कि वह कार लेकर नाले के बराबर से जा रहा था, तभी उसकी कार अचानक नाले में समा गई. वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कई घंटे से निगम की टीम को मौके पर बुलाया जा रहा है, ताकि कार को बाहर निकाला जा सके, लेकिन लापरवाह नगर निगम कुंभकरण की नींद में सो रहा है.
गोरखपुर में राप्ती ने पार किया खतरे का निशान
जिले में हो रही लगातार बारिश के चलते राप्ती नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. सुबह से नदी के जलस्तर में बढ़त देखी जा रही थी, जो शाम होते होते खतरे के लेवल 74.96 मीटर को पारकर 75.17 मीटर पर पहुंच गई. इसी वजह से करीब 56 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि नदी के बढ़ते स्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने बाढ़ बचाव के इंतजाम पर तेजी के साथ काम करना शुरू कर दिया है.
जिले के 3 तहसीलों में जिसमें कैंपियरगंज, सदर और सहजनवा तहसील इसकी वजह से ज्यादा प्रभावित होंगे. करीब 5 हजार की आबादी के प्रभावित होने का आकलन जिला प्रशासन ने किया है. संवेदनशील स्थलों की सिंचाई विभाग एवं पुलिस प्रशासन के साथ उप जिला अधिकारी के नेतृत्व में संयुक्त टीम निगरानी कर रही है. प्रथम चरण में तहसील गोला में आई बाढ़ से प्रभावित परिवारों को राहत खाद्यान्न सामग्री वितरित करने में प्रशासन जुटा है. मेडिकल की भी कुल 38 टीमें गठित कर दी गई हैं.
आगरा में भारी बारिश ने ढाया कहर, 6 से अधिक मकान गिरे
आगरा जिले के खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है. वहीं, किसानों की फसल बर्बाद होने और कई जगहों से 6 से अधिक मकान और उनकी दीवार गिरने की जानकारी मिली है. तहसील प्रशासन ने तहसील कर्मियों से हुए नुकसान की रिपोर्ट मांगी है.
खेरागढ़ तहसील क्षेत्र के बकालपुर में चार लोगों के मकान की दीवार, छत गिर गई. बकालपुर गांव में रहने वाले वीरेंद्र सिंह पुत्र बेताल सिंह का एक कमरा गिर गया, जिसमें उनका घरेलू सामान मकान के मलबे में दबने से खराब हो गया. प्रशासन ने उनका भी करीब एक लाख रुपये का नुकसान होने की बात कही है.
वहीं, जितेंद्र पुत्र बेताल सिंह का कमरा भारी बारिश के कारण गिर गया, जिससे उनका घरेलू सामान कमरे के मलबे में दब गया. प्रशासन ने बताया है कि उनका करीब एक लाख रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं, तीसरा भाई बृजकिशोर पुत्र बेताल सिंह का भी एक कमरा गिर गया, जिससे उन्हें भी करीब एक लाख रुपये का नुकसान हो गया. हरिओम पुत्र कमल सिंह की मकान की दीवार गिर गई, जिससे उनका करीब पचास हजार रुपये के नुकसान की बात प्रशासन द्वारा कही गई है.
बाढ़ के चलते बलरामपुर हाइवे बंद
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में बाढ़ की विभीषिका लगातार बढ़ती जा रही है. जिले में राप्ती नदी खतरे के निशान से 125 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है, जिसके चलते बाढ़ से दो सौ से अधिक गांव घिर गए हैं. बलरामपुर-बढ़नी राष्ट्रीय राजमार्ग 730 पर तीन फुट से अधिक बाढ़ का पानी बह रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गयी है. बाढ़ से गांव के साथ साथ शहर के मोहल्ले में पानी भर गया है.
जिले में करीब 80 हजार हेक्टेयर खड़ी फसल बाढ़ के पानी मे डूब गई है. वहीं, हजारों लोग बाढ़ में फंस गए हैं और अपने छतों पर भूखे प्यासे बैठे हैं. लोगों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. ललिया क्षेत्र में डीप पार करते समय दो किशोर बह गए, जिनकी तलाश जारी है. बलरामपुर-बहराइच मार्ग पर कर्बला के सामने दो-दो फुट बाढ़ का पानी चल रहा है. शहर के कई मोहल्ले वासियों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. नगर के मुख्य चौराहे पर स्थित दुकानों में बाढ़ का पानी भर गया है. लोग अपनी दुकानों का सामान सुरक्षित जगहों पर ले जा रहे हैं.
राष्ट्रीय राजमार्ग 730 पर ट्रकों की लंबी लंबी कतारे लग गयी हैं. बाढ़ के हालात को बिगड़ता देख एसडीआरएफ की टीम बुला ली गयी है, जो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुट गई है. वहीं, एसपी राजेश कुमार सक्सेना ने बताया कि बाढ़ का पानी सड़कों पर भर गया, जिसके चलते हाईवे को बंद किया गया है. राहत बचाव कार्य के लिए एनडीएफ की टीमें लगाई गई.
बुलंदशहर के पहासू थाने में भरा पानी
बुलंदशहर जिले में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. प्रशासन द्वारा पानी में फंसे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है. पहासू थाना क्षेत्र में जलभराव होने से हालत बिगड़े हुए हैं. यहां तक कि पहासू पुलिस थाना परिसर में पानी भर गया है. पानी भरे होने से पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ रही है. थाना परिसर में मालखाना, लाॅकर रूम ऑफिस ग्राउंड सब जगह पानी भरा हुआ है. इसके अलावा शहर के अन्य इलाकों में भी बारिश ने आम जनजीवन को परेशानी में डाल दिया है.
बारिश से हालात इस कदर बिगड़े हैं कि पहासू पुलिस थाने के भीतर लगभग घुटने तक पानी घुस गया. आलम ये था कि रिकार्ड के दस्तावेज बचाने पुलिस वाले जद्दोजहद करते नजर आए. पानी में ही कुर्सी लगाकर पुलिस वाले ड्यूटी भी करते नजर आए. पहासू थाने के सिपाही अपनी ड्यूटी पानी में खड़े होकर देते हुए नजर आए. मुस्तैदी से आना-जाना कर रहे हैं. वहीं, मार्केट में जलभराव होने से दुकानदारों ने दुकानें खाली कर दी हैं.
सीतापुर में घाघरा और शारदा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी, ग्रामीणों की धड़कनें हुईं तेज
सीतापुर जिले में रविवार को घाघरा एवं शारदा नदियों के जलस्तर में काफी तेजी से वृद्धि हुई. नदियों का जलस्तर बढ़ने से लगभग 12 से अधिक गांव पानी से घिर गए हैं. करीब 24 से अधिक संपर्क मार्ग पानी से लबरेज हो गए हैं, जिससे यहां के लोंगो का आवागमन नाव के सहारे चल रहा है.
ग्रामीणों के घरों मे पानी का भर जाने के चलते खाने-पीने एवं मवेशियों के चारे की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं. महिलाएं छाता तानकर सुरक्षित स्थान पर सड़क के किनारे खाना बनाकर परिजनों का पेट पालने का काम कर रही हैं. ग्रामीणों के मवेशी बाढ़ के पानी में ही बंधे हुए हैं. नदियों के बढ़ते हुए जल स्तर को देखकर ग्रामीण पलायन कर सुरक्षित स्थानों की तरफ से जा रहे हैं. वहीं, तहसील प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी तटवर्ती गांव में नाव पर सवार होकर लंच के पैकेट वितरित करने का काम कर रहे हैं.
ये हैं बाढ़ प्रभावित गांव
गौलोक कोडर के जंगल टपरी, गार्गी पुरवा, पासिन पुरवा, लोधपुरवा, दुर्गा पुरवा, आसाराम पुरवा, संतरामपुर सुकई पुरवा, रामलाल पुरवा, संबारी पुरवा, मोदी नगर, आजाद नगर, नगीना पुरवा, भिल्लर पुरवा, श्याम नगर, सुंदर नगर दर्जीन रेती चौकी पुरवा व म्योढ़ी छोलहा के श्रीराम पुरवा भदिम्मरपुरवा धूसपुरवा आदि मजरो के संपर्क मार्गों पर बाढ़ के पानी बहाव चल रहा है और घरों व खेत में भी पानी घुस गया है.
वहीं, शाम को उप जिला अधिकारी बिसवां पीएल मौर्य और तहसीलदार अविचल प्रताप सिंह ने अपनी टीम के साथ बाढ़ पीड़ितों को लंच पैकेट का वितरण किया. अधिशासी अभियंता विशाल पोरवाल सहायक अभियंता पुष्कर वर्मा सिंचाई विभाग द्वारा पासिंग पुरवा में कटान रोकने के लिए सिंचाई विभाग की टीम द्वारा युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है. प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक गिरिजा घाघरा बैराज से 261487 क्यूसेक, शारदा बैराज से 153584 क्यूसेक, बनबसा बैराज से 79848 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता तृतीय सीतापुर प्रखंड शारदा नहर द्वारा जिले में बारिश का मानक गत दिवस आठ बजे से रविवार सुबह आठ बजे तक 13 मिलीमीटर दर्शाया गया है.
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