मुंबई : एल्गार परिषद- माओवादी (Elgar Parishad- Maoists) संबंध मामले में दिवंगत स्टैन स्वामी (late stan swami) की याचिका पर सुनवाई करते हुए बंबई उच्च न्यायालय (Bombay High Court) ने सोमवार को कहा कि वह शानदार व्यक्ति थे और अदालत को उनके काम के प्रति बहुत सम्मान है.
जस्टिस एस. एस. शिंदे (Justice S. S. Shinde) और जस्टिस एन. जे. जामदार (Justice N. J. Jamdar) की पीठ ने यह टिप्पणी तब की जब अदालत को सूचित किया गया कि 84 वर्षीय स्वामी का यहां एके होली फैमिली अस्पताल में हृदय गति रूकने से निधन हो गया. इसी पीठ ने पांच जुलाई को स्वामी की चिकित्सा जमानत याचिका पर सुनवाई की थी.
जस्टिस शिंदे ने कहा कि सामान्य तौर पर हमारे पास वक्त नहीं होता लेकिन मैंने अंतिम संस्कार (स्वामी का) देखा. यह बहुत सम्मानजनक था. उन्होंने कहा कि काफी शानदार व्यक्ति थे. उन्होंने समाज के लिए काम किया था. उनके कार्य के प्रति बहुत सम्मान है. कानूनन, उनके खिलाफ जो भी है वह अलग मामला है.
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