नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि कोविड-19 के देशव्यापी टीकाकरण अभियान के छठे दिन शाम छह बजे तक टीका लगवाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार 9,99,065 हो गई है.
मंत्रालय ने बताया कि गुरुवार को शाम छह बजे तक 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित टीकाकरण सत्रों के माध्यम से 1,92,581 लोगों को यह टीका लगाया गया.
मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव डॉ. मनोहर अगनानी ने कहा कि अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 का टीका लगवाने वाले कुल स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या (बृहस्पतिवार शाम छह बजे तक) 9,99,065 पहुंच गई जिन्हें 18,159 सत्रों में टीका लगाया गया.
अगनानी ने कहा कि जहां तक टीकाकरण के बाद प्रतिकूल प्रभावों (एईएफआई) की बात है तो केवल राजस्थान में एक व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराए जाने का मामला सामने आया.
उन्होंने कहा, 'एक व्यक्ति जिसे 16 जनवरी को टीका लगाया गया और जिसे 20 जनवरी को इंटरक्रेनियल हैमरेज हो गया था, उसे राजस्थान में उदयपुर के गीतांजलि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इसका टीकाकरण से कोई संबंध नहीं है. आज तक मौत का एक भी मामला नहीं आया है.'
अधिकारी ने कहा कि को-विन सॉफ्टवेयर में सुधार के बाद अब और अधिक सत्र स्थल खोलने की, प्रति स्थल अधिक सत्र आयोजित करने की और स्थानों में बदलाव करने की अनुमति दे दी गई है.
सात राज्यों में टीकाकरण अभियान सुस्त
गुरुवार को सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बहुत ही कम कोरोना टीका लगाया गया. जिसके कारण केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को टीकाकरण प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा है. इनमें चंडीगढ़, अंडमान-निकोबार द्वीप, दादर-नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश, मेघालय, नगालैंड और सिक्किम शामिल हैं.
इन सभी सात राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में गुरुवार को एक हजार से भी कम कोरोना टीके लगाए गए, जबकि इसी दिन देशभर में 1,92,581 टीके लगाए गए. आज तक टीकाकरण के बाद गंभीर प्रतिकूल घटना का कोई मामला सामने नहीं आया है.