नई दिल्ली : देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के करीब तीन लाख 68 हजार मामले सामने आए हैं. इस बीच कोरोना के हालात, ऑक्सीजन की उपलब्धता और कोरोना से लड़ाई में उठाए गए कदमों की जानकारी देने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, गृह मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी, एम्स के निदेशक डॉ.रणदीप गुलेरिया सामने आए.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया है कि पिछले 15 दिनों में कोरोना संक्रमण में कमी आई है. महाराष्ट्र, दिल्ली और झारखंड में कोरोना संक्रमण कम हुआ है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि, इसके बावजूद बचाव के उपाय अपनाने में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए.
सामूहिक रूप से हमें ट्रांसमिशन की श्रृंखला को तोड़ने पर ध्यान देने की जरूरत है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देशभर में कोरोना संक्रमण के 34 लाख से अधिक मामले सक्रिय हैं. हालांकि, कुछ हद तक कोरोना के मामलों में कमी आई है.
दिल्ली, मध्य प्रदेश सहित कुछ राज्यों में रोज तेजी से बढ़ रहे मामलों में कमी के संकेत दिखाई दे रहे हैं. हम रिकवरी में भी सकारात्मक दृष्टिकोण देख रहे हैं. 2 मई को रिकवरी रेट 78% था और 3 मई को यह लगभग 82% तक हो गया.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया भारत का रिकवरी रेट 81.77% है. देश में करीब 34 लाख सक्रिय मामलों की संख्या बनी हुई है. अब तक संक्रमण से 2 लाख के करीब मृत्यु दर्ज़ की गई है. पिछले 24 घंटे में देश में 3,417 लोगों की मौत हुई है.
दिल्ली, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और पंजाब में कोविड-19 के दैनिक मामलों में स्थिरता के संकेत मिल रहे हैं जबकि बिहार, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में दैनिक मामलों में वृद्धि के रुझान दिखाई दे रहे हैं.
देश में चिकित्सीय ऑक्सीजन की कमी के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार इसके उत्पादन के लिये नाइट्रोजन संयंत्रों के रूपांतरण की संभावना तलाश रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने कहा 'हम चिकित्सा प्रयोजनों के लिए मेडिकल ऑक्सीजन का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं. औद्योगिक इकाइयां जो ऑक्सीजन बनाती हैं हम उन ऑक्सीजन प्लांट के पास कोविड केयर सेंटर बनाने जा रहे हैं.'
अग्रवाल ने कहा, 'कुछ राज्यों में कोविड-19 मामलों में स्थिरता या गिरावट के शुरुआती संकेत मिल रहे हैं.'
छत्तीसगढ़ में 29 अप्रैल को 15,583 मामले सामने आए थे जबकि दो मई को 14,087 मामले सामने आए. दिल्ली, दमन और दीव, गुजरात, झारखंड, लद्दाख, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है.
जिलों के संबंध में अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग, गरियाबंद, रायपुर, राजनांदगांव, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, गुना, शाजापुर, लद्दाख के लेह और तेलंगाना के निर्मल में पिछले 15 दिनों में मामलों में गिरावट के संकेत मिले हैं. महाराष्ट्र के 12 जिलों में भी पिछले 15 दिन में गिरावट के संकेत मिले हैं.
उन्होंने कहा, 'हालांकि, ये बहुत शुरुआती संकेत हैं और इनके आधार पर स्थिति का विश्लेषण करना जल्दबाजी होगी. जिला और राज्य स्तर पर रोकथाम के प्रयासों को जारी रखना महत्वपूर्ण है ताकि हम इस बढ़त को बरकरार रखते हुए मामलों पर लगाम लगा सकें.'
अग्रवाल ने कहा, 'कुछ बातें चिंता का विषय हैं.'
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