नई दिल्ली :केंद्र सरकार ने कहा है कि 12 राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों में 54 जिले ऐसे हैं जहां 26 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में कोरोना वायरस संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक रही है. पिछले चार सप्ताह से सात राज्यों के 22 जिलों से कोविड-19 के दैनिक मामलों में वृद्धि की खबरें हैं, यह चिंता वाली बात है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव, लव अग्रवाल ने कहा, वैश्विक नजरिए से देखें तो महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. दुनिया भर में मामलों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो चिंता का विषय बना हुआ है. हमें सख्ती के साथ वायरस के प्रसार को रोकने पर काम करना होगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पांच मई से 11 मई के बीच औसत तौर पर दैनिक मामलों की संख्या 3,87,029 थी जो 21 से 27 जुलाई के बीच घटकर 38,090 तक हो गई है.
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताहों में कोविड-19 के औसत दैनिक मामलों में कमी आने की दर धीमी हुई है जो चिंता का कारण है.
अग्रवाल ने कहा कि पिछले चार सप्ताहों से सात राज्यों के 22 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक मामलों में वृद्धि की खबरें मिल रही हैं और यह भी चिंता वाली बात है.
उन्होंने कहा कि आठ जिले ऐसे हैं जहां संक्रमण दर में कमी देखने को मिल रही थी, लेकिन अब इन जिलों में महामारी के मामलों में वृद्धि हो रही है और 'हम स्थिति को हल्के में नहीं ले सकते.'
संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि 26 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 10 प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर वाले जिले पिछले सप्ताह (14-20 जुलाई) के 46 से बढ़कर 54 हो गए, जो चिंता का विषय है. ये 54 जिले 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं, जिनमें केरल (10), मणिपुर (10), नागालैंड (7), मिजोरम (6), मेघालय (6), अरुणाचल प्रदेश (5) और राजस्थान (4) शामिल हैं.
अग्रवाल ने कहा कि पिछले चार सप्ताह से दैनिक कोविड-19 के मामलों में सात राज्यों के बाईस जिलों - केरल (7), मणिपुर (5), मेघालय (3), अरुणाचल प्रदेश (3), महाराष्ट्र (2), असम (1), त्रिपुरा (1) में वृद्धि की प्रवृत्ति देखी गई है, जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा, 'आठ जिले ऐसे हैं, जहां संक्रमण दर में गिरावट देखी जा रही थी, लेकिन अब वहां कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है.' अग्रवाल ने कहा, 'औसत दैनिक नए मामले 5-11 मई के बीच 3,87,029 से घटकर 21-27 जुलाई के बीच 38,090 हो गए. पिछले कुछ हफ्तों में गिरावट की दर में कमी आई है, जो चिंता का विषय बनी हुई है.'
डॉ वी के पॉल का बयान
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने कहा कि कुछ जिलों में जहां मामलों में कमी देखी जा रही थी, अब वहां मामले बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा, 'यह एक मौका हो सकता है, सामान्य से अलग हो सकता है लेकिन यह चिंता का कारण भी है और हमें सावधान रहने की जरूरत है. (दूसरी) लहर खत्म नहीं हुई है. हम थके हुए हो सकते हैं लेकिन वायरस थका नहीं है. यह हमारे लिए अलर्ट की तरह है.'
उन्होंने कहा, 'आठ जिलों में संक्रमण कम हुआ और अन्य जिलों में संक्रमण बढ़ रहा है, यह संकेत देता है कि चीजों को हल्के में नहीं लिया जा सकता है, वायरस के व्यवहार को हल्के में नहीं लिया जा सकता है. संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील आबादी अभी भी है. हालांकि टीकाकरण प्राप्त करने वाली आबादी में वृद्धि हुई है, लेकिन यह पूर्ण गारंटी नहीं है.'
अग्रवाल ने कहा, 'नए मामलों में कमी आई है और वे सीमित भौगोलिक क्षेत्रों में ही हैं जो स्थानीय कारणों से हुए हैं लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए उन क्षेत्रों में उचित रोकथाम प्रयास, प्रतिबंध, सामाजिक दूरी और कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन किया जाए.'
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सरकार ने कहा कि सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज के एक अध्ययन (15 लाख डॉक्टरों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों से संबंधित) में पाया गया है कि कोविशील्ड टीका संक्रमण के खिलाफ 93 प्रतिशत सुरक्षा उपलब्ध कराता है और इससे मृत्यु दर में 98 प्रतिशत कमी देखने को मिली.
भारत में 132 दिन बाद कोविड-19 के 30 हजार से कम नए मामले सामने आए. वहीं, 124 दिन बाद उपचाराधीन मरीजों की संख्या चार लाख से कम है.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में कोविड-19 के 29,689 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,14,40,951 हो गई. उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी कम होकर 3,98,100 रह गई है, जो कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 13,089 कमी आई है. मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.39 प्रतिशत है.