नंदयाल:आपने शायद मुर्गों की लड़ाई, सांडों की लड़ाई या घोड़े की दौड़ के बारे में सुना होगा लेकिन आंध्र प्रदेश राज्य के नंदयाल जिले में एक अलग परंपरा है. क्या आपने कभी गधों की दौड़ देखी है? नंदयाल जिले में ग्रामीण इलाकों में गधा दौड़ आयोजित करने के लिए जाना जाता ( Donkey Race by lifting 100 kg In Nandyal) है. जिले के कई गांवों में गधा दौड़ लोकप्रिय है. गधों को रोजाना सुबह और शाम दो बार पीठ पर 100 किलो से 200 किलो वजन डालकर प्रशिक्षण दिया जाता है.
दरअसल, नंदयाल जिले में गधा दौड़ आयोजित की जाती थी. इन प्रतियोगिताओं का आयोजन स्थानीय श्री जम्बूलपरमेश्वरी मंदिर उत्सवों (Jambulparameshwari Temple Festivals) के दौरान किया गया था. रजक जाति के गधा प्रजनकों ने अपने गधों को प्रतियोगिताओं में लाया. स्थानीय लोग उन्हें दिलचस्पी से देखते थे. गधों पर सौ किलो बालू की बोरियां लादकर दौड़ाते थे. गधों को विशेष रूप से दौड़ने के लिए तैयार किया जाता है और प्रतियोगिताओं में लाया जाता है.