नई दिल्ली: ओडिशा में ब्लैकमेल और वसूली गिरोह की मुख्य आरोपी अर्चना नाग ने दावा किया है कि उसके पास कुछ लोगों के खिलाफ 'सनसनीखेज सबूत' हैं जिससे राज्य में भूचाल आ जाएगा. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए ले जाने से पहले नाग को जारपड़ा विशेष कारागार से कैपिटल अस्पताल चिकित्सा जांच के लिए ले जाया गया. उन्होंने कहा कि वह अमीर और प्रभावशाली लोगों को ब्लैकमेल करने और सेक्स रैकेट के जरिये अकूत संपत्ति जमा करने की जांच कर रही एजेंसी से सहयोग करेगी.
पढ़ें: संसद का शीतकालीन सत्र 2022 आज से, 16 नए विधेयक पेश करने की सरकार की योजना
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए नाग ने कहा कि मैं ईडी का इंतजार कर रही थी ताकि वह मुझे हिरासत में लेकर पूछताछ करे. मैं जांच में पूरी तरह से सहयोग करूंगी. उन्होंने कहा कि मुझे बोलने के लिए पर्याप्त समय यानी कम से कम 30 मिनट चाहिए. अगर मैं बोलती हूं तो पूरे राज्य का परिदृश्य ही बदल जाएगा. मुझे फंसाया गया है. मेरे पास सनसनीखेज सबूत है और किसी को नहीं छोडूंगी. नाग को स्थानीय पुलिस ने छह अक्टूबर को गिरफ्तार किया था और तब से वह न्यायिक हिरासत में है. वह हिरासत में लेने और बाद में गिरफ्तार किए जाने के तरीके को लेकर पुलिस आयुक्तालय के खिलाफ भी मुखर दिखीं.
पढ़ें: गुजरात एग्जिट पोल को कांग्रेस ने नहीं दी तवज्जो, लेकिन पार्टी रणनीतिकारों की बढ़ी चिंता